SAvIND: आज से दक्षिण अफ़्रीका और भारत के बीच टी20 शुरू, छोटे फ़ॉर्मेट में भी बड़े धमाके पर टीम इंडिया की नज़र

टेस्ट में 1-2 से हार और वनडे में 5-1 से ऐतिहासिक पलटवार के बाद अब भारतीय क्रिकेट टीम सबसे छोटे फ़ॉर्मेट में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 3 मैचों की टी20 सीरीज़ में भिड़ेगी। हालांकि मेज़बानों ने जोहांसबर्ग में आज से शुरू हो रही सीरीज़ के लिए बिल्कुल नई टीम उतारी है, जिसकी कप्तानी का दायित्व जेपी डुमिनी पर होगा। इस बदलाव की सबसे बड़ी वजह है 1 मार्च से ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शुरू हो रही टेस्ट सीरीज़, यानी मेज़बान टीम का भी फ़ोकस कंगारुओं के ख़िलाफ़ होने वाली बड़ी सीरीज़ पर है। युवाओं से भरी इस टी20 टीम में डुमिनी के अलावा एबी डीविलियर्स, डेविड मिलर और क्रिस मॉरिस का अनुभव होगा जबकि कई युवा और नए चेहरों के पास अपनी प्रतिभा दिखाने का एक बड़ा मौक़ा होगा।

जीत की लय बरक़रार रखना चाहेगी टीम इंडिया

टेस्ट और वनडे के मुक़ाबले भले ही दक्षिण अफ़्रीका इस टी20 सीरीज़ को बहुत ज़्यादा महत्व न दे रहा हो, लेकिन टीम इंडिया की नज़र जीत की लय बरक़रार रखने पर है। टेस्ट सीरीज़ में पहले दो टेस्ट में हार के बाद जोहांसबर्ग से ही तीसरे और आख़िरी टेस्ट को जीतकर कोहली एंड कंपनी ने मोमेंटम बदल दिया था। जोहांसबर्ग से एक बार फिर जोहांसबर्ग पर लौटने के क्रम में टीम इंडिया ने 7 में से 6 मुक़ाबले जीते हैं, हालांकि इस दौरान जो एकमात्र हार भी मिली थी वह जोहांसबर्ग में खेले गए चौथे वनडे में ही आई थी। बारिश से प्रभावित और गिली आउटफ़िल्ड पर डकवर्थ लुईस नियम के ज़रिए गुलाबी कपड़ों में मेज़बानों से भारत को हार सामना करना पड़ा था। लेकिन अब न तो गुलाबी कपड़े हैं और न ही वह प्रोटियाज़ टीम, लिहाज़ा जीत के इस विजय रथ को विराट कोहली यहां भी आगे बढ़ाना चाहेंगे और टी20 सीरीज़ पर भी कब्ज़ा करने के जोश के साथ ही उतरेंगे।

रैना और धोनी के लिए एक बड़ी और अहम सीरीज़

कभी टीम इंडिया के नंबर-5 की जान रहने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज़ सुरेश रैना काफ़ी समय के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं, लिहाज़ा वह चाहेंगे कि इस मौक़े को न सिर्फ़ भुनाया जाए बल्कि वनडे में भी नंबर-4 और नंबर-5 की परेशानी को अपनी जगह में तब्दील किया जाए। हाल ही में खेली गई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में रैना पूरे रंग में नज़र आए थे जिसकी बदौलत उन्हें वापसी का मौक़ा मिला है और वह इसे भुनाते हुए वनडे टीम में भी अपनी दावेदारी पेश करने की फ़िराक़ में हैं। रैना ने कहा भी है कि वह 2019 विश्वकप के लिए टीम इंडिया में अपने आप को देखना चाहते हैं, अगर रैना अच्छे फ़ॉर्म में हों तो कोहली के लिए सही मायनों में वह एक बेहतरीन मिडिल ऑर्डर विकल्प हैं जो ज़रूरत पड़ने पर एक ऑफ़ स्पिनर का विकल्प भी प्रदान करते हैं। रैना के साथ साथ महान खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी के लिए भी हाल के दिनों में क्रिकेट का ये सबसे छोटा फ़ॉर्मेट कुछ रास नहीं आया है। टी20 में जमने के लिए समय लेना कभी कभी टीम के ख़िलाफ़ चला जाता है, ऐसे में टीम प्रबंधन की नज़र धोनी पर भी होगी कि वह अपने आप को किस रोल में देखते हैं। 2020 में होने वाले वर्ल्ड टी20 में क्या धोनी टीम इंडिया के साथ फ़िट बैठेंगे ? इस सवाल का जवाब ख़ुद धोनी भी ढूंढ रहे हैं, इस फ़ॉर्मेट में इसी दक्षिण अफ़्रीकी सरज़मीं पर विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनाते हुए भारत को वर्ल्डकप दिलाने वाले धोनी की 11 साल बाद फिर इसी ज़मीन पर परीक्षा होने जा रही है।

पिच का पेंच और मौसम का मिज़ाज

जोहांसबर्ग में इस पिच ने भी ठीक उसी तरह अपने आप में फेरबदल किया है जैसे टेस्ट सीरीज़ के बाद टीम इंडिया ने। तीसरे टेस्ट में जोहांसबर्ग टेस्ट में पिच पर कई सवाल खड़े हुए थे, पिच को ख़तरनाक भी कहा गया और फिर आईसीसी ने भी डिमेरिट अंक देते हुए फटकार लगाई थी। लेकिन इसके बाद यहां जब चौथा वनडे खेला गया ता पिच पूरी तरह से बदल चुकी थी और हमेशा की तरह बल्लेबाज़ों के लिए जन्नत थी। उम्मीद यही है कि आज होने वाले टी20 में भी पिच रनों से भरी होगी। वैसे भी इस पिच पर टी20 में 3 बार 200+ रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया जा चुका है। 2011 में 232 रनों का पीछा करते हुए विंडीज़ ने मेज़बानों को शिकस्त देते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड चेज़ को अंजाम दिया था जो अभी चंद दिनों पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने तोड़ा है। टॉस जीतने वाले कप्तान की नज़र इस पिच पर लक्ष्य का पीछा करने पर ही होगी। बात अगर मौसम की करें, तो मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक़ बारिश की संभावना तो है लेकिन वह देर शाम के बाद ही है। दक्षिण अफ़्रीका में ये मुक़ाबला दिन में खेला जाएगा लिहाज़ा उम्मीद है कि मैच ख़त्म होने के बाद ही बारिश ख़लल डाले उससे पहले वांडेरर्स के इस मैदान पर रनों की बारिश संभव है।

मेज़बान टीम की ओर से कई खिलाड़ियों का डेब्यू तय

दक्षिण अफ़्रीका ने अपने कई सीनियर खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ से पहले आराम दिया है, जिसका मतलब है कि इस मैच में कुछ नए खिलाड़ियों का डेब्यू होना तय है। इनमें वनडे में डेब्यू करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज़ हेनरिक क्लासेन, 31 वर्षीय मध्य क्रम के बल्लेबाज़ क्रिश्चियान जोन्कर और तेज़ गेंदबाज़ जूनियर डाला को टी20 कैप मिल सकती है। दूसरी तरफ़ टीम इंडिया में सुरेश रैना को अंतिम-11 में खिलाया जाना पक्का दिख रहा है, साथ ही जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार में से किसी एक को आराम देकर जयदेव उनादकट को भी प्लेइंग-XI में शामिल किया जा सकता है। युज़वेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी एक बार फिर इस मैच में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। केएल राहुल एक बार फिर टीम के साथ जुड़ गए हैं लेकिन वह सलामी बल्लेबाज़ नहीं बल्कि मिडिल ऑर्डर में नंबर-4 पर खेलते हुए नज़र आ सकते हैं। भारत संभावित-XI: रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, केएल राहुल, सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, युज़वेंद्र चहल और जयदेव उनादकट/जसप्रीत बुमराह दक्षिण अफ़्रीका संभावित-XI: रीज़ा हेन्डरिक्स, जॉन जॉन स्मट्स, जेपी डुमिनी, एबी डीविलियर्स, डेविड मिलर, क्रिश्चियान जोन्कर, क्रिस मॉरिस, एंडिले फ़ेलुकवायो, जूनियर डाला, डेन पीटरसन और तबरेज़ शम्सी/आरोन फ़ागिंसो

Edited by Staff Editor