क्रिकेट के मैदान पर दिनों-दिन नए रिकॉर्ड बनते और टूटते हैं। इसी तरह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक और नया कीर्तिमान दक्षिण अफ्रीका में बना है। मार्को मैरैस नामक इस क्रिकेटर ने सबसे तेज तिहरा शतक जड़ते हुए रिकॉर्ड बना दिया। ऐसा करने वाले वे दूसरे दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज हैं।
24 वर्षीय मैरैस ने ईस्ट लन्दन में बॉर्डर की तरफ से इस्टर्न प्रोविंस के खिलाफ खेलते हुए महज 191 गेंदों पर यह 300 रन बनाए हैं। ख़ास बात यह रही कि अपनी पारी के दौरान वे अंत तक आउट नहीं हुए। यह एक तीन दिवसीय प्रथम श्रेणी मैच था।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से इंग्लैंड दौरे पर गई टीम के चार्ली मैकैर्टनी के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज था। उन्होंने नॉटिंघमशायर के खिलाफ 221 गेंदों पर तिहरा शतक जड़ा था। 1921 में यह कारनामा हुआ था और इसके बाद कम गेंदों में तीन सौ रन मैरैस ने बनाए हैं। इससे पहले एमसीसी की तरफ से खेलते हुए 181 मिनट में डेनिस कॉम्पटन ने 300 रन बनाए थे लेकिन उस समय गेंदों की गिनती नहीं की गई थी। यह 1948/49 की बात है।
दक्षिण अफ्रीका के मैरैस ने अपनी इस धमाकेदार मैराथन पारी के दौरान 35 चौके और 13 गगनचुम्बी छक्के जड़े। उनकी टीम एक समय 82 रन पर 4 विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी। ब्रैडली विलियम्स (113*) के साथ मिलकर मैरैस ने अविजित 428 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया और बाद में बॉर्डर की पारी घोषित कर दी गई।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों के इस तरह रन बनाने से यह भी पता चलता है कि उनके घरेलू क्रिकेट का स्तर कैसा है। कुछ दिनों पहले इसी तरह दक्षिण अफ्रीका के एक क्लब मैच में शेन डैडस्वेल नामक 20 वर्षीय खिलाड़ी ने 151 गेंदों का सामना करते हुए 490 रन बना दिए। यह बल्लेबाज नॉर्थ-वेस्ट यूनिवर्सिटी की तरफ से खेल रहा था। पोच ड्रॉप क्रिकेट क्लब के सामने पोचेफस्ट्रूम में खेलते हुए डैडस्वेल ने अपनी इस मैराथन पारी के दौरान 20वां जन्मदिन भी मना लिया था। इस दौरान उन्होंने 27 चौके और 57 छक्के जड़े।