दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज ने जड़ा प्रथम श्रेणी क्रिकेट का सबसे तेज तिहरा शतक

दक्षिण अफ्रीका के एक बल्लेबाज ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक जड़कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। बल्लेबाज मार्को मारेस ने सनफ्वॉइल तीन दिवसीय मैच में बॉर्डर की तरफ से खेलते हुए ईस्टर्न प्रोविंस के खिलाफ महज 191 गेंदों पर तिहरा शतक जड़कर करीब 96 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। इससे पहले प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज तिहरे शतक का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के चार्ल्स मैक्कार्टने के नाम था, उन्होंने 1921 में 221 गेंदों पर तिहरा शतक लगाया था, लेकिन मार्को ने 200 से कम गेंदों पर तिहरा शतक जड़कर एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। मार्को ने अपनी पारी में 35 चौके और 13 छक्के लगाए। ये उनके करियर का पहला तिहरा शतक और कुल मिलाकर चौथा शतक है । उन्होंने अपने पहले 100 रन 68 गेंदों पर पूरे किए, उसके बाद अगले 100 रन 71 गेंदों पर। एक बार दोहरा शतक लगाने के बाद मार्को ने अपना गियर बदला और तेजी से रन बनाना शुरु किया। 200 से 300 रन का आंकड़ा उन्होंने महज 52 गेदों पर पूरा कर लिया। इस तरह 191 गेंदों पर तिहरा शतक बनाकर उन्होंने 96 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। अपनी इस पारी के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हर कोई ये सोचता है कि वो इस मैच में 300 रन बनाने जा रहे हैं। ऐसा करके मैं बहुत खुश हूं लेकिन मैं अब थक भी बहुत गया हूं। गेंद मेरे बल्ले पर काफी अच्छे से आ रही थी, इसलिए मैंने सोचा की मैं खुलकर बल्लेबाजी करुंगा। मार्को ने अपने साथी बल्लेबाज की भी तारीफ की और कहा कि मैंने उससे अपना स्वभाविक खेल खेलने को कहा। गौरतलब है मार्को ने अपने साथी बल्लेबाज ब्रेड विलियम्स के साथ मिलकर 428 रनों की मैराथन साझेदारी की। एक समय उनकी टीम 84 रनों पर 4 विकेट गंवाकर मुश्किल में थी लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने वहां से अपनी टीम का स्कोर 512/4 तक पहुंचाया। हालांकि ये मैच ड्रॉ हो गया लेकिन इन दोनों बल्लेबाजों ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पांचवे विकेट के लिए चौथी सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। उनकी ये साझेदारी दक्षिम अफ्रीका के प्रथम श्रेणी इतिहास में किसी भी विकेट के लिए तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी भी है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पांचवे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का विश्व रिकॉर्ड भारत के चेतेश्वर पुजारा और रविंद्र जडेजा के नाम है। इन दोनों बल्लेबाजों ने 2008/09 के रणजी सीजन में सौराष्ट्र की तरफ से खेलते हुए ओडिशा के खिलाफ 520 रनों की साझेदारी की थी। ये रिकॉर्ड आज भी कायम है।