लॉन्स क्लूसनर पहले ऐसे ऑलराउंडर खिलाड़ी थे, जो टीम में कहीं भी फिट बैठ जाते थे । निचले क्रम में अपनी बल्लेबाजी से उन्होंने कई बार मैच का रुख पलट कर रख दिया । उनकी बैटिंग स्टाइल भी अलग तरह की थी । क्लूसनर ने अपने करियर की शुरुआत एक तेज गेंदबाज के तौर पर की थी, लेकिन जल्द ही आखिरी के ओवरो में अपनी बल्लेबाजी से भी उन्होंने सबका दिल जीत लिया । इनमें से एक पारी आज भी क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में ताजा है जो उन्होंने 1999 के विश्व कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली थी । हालांकि वो मैच दक्षिण अफ्रीका हार गया था । क्लूसनर गेंदबाजी भी अलग-अलग ढंग से करते थे । वो मीडियम पेस करते थे और कभी-कभी अपनी अंगुलियों का प्रयोग करके स्पिन भी डालते थे । हालांकि चोट की वजह से उनका पेस खत्म हो गया लेकिन फिर भी वो टीम का अहम हिस्सा रहे ।