दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने अपनी फिटनेस पर ध्यान देने की योजना बनाई है, जिसके लिए वह अपनी गति से समझौता करने को तैयार हैं। स्टेन पिछले कुछ समय से चोटों से संघर्ष कर रहे हैं। स्टेन अपनी गति से बल्लेबाज को परेशान करने के लिए लोकप्रिय हैं। वह तेज गेंदबजी के साथ स्विंग का भी बखूबी इस्तेमाल करते हैं। 33 वर्षीय स्टेन चोट के कारण काफी परेशान रहे हैं। उन्हें पिछले वर्ष भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज से चोट के कारण बाहर होना पड़ा था। दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी ने अब दिन में 18 ओवर फेंकने का लक्ष्य बनाया था ताकि वह अपनी फिटनेस बरकरार रख सके। इसके लिए उन्हें अपनी गति से समझौता करना पड़ सकता है। दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज के लिए निरंतर तेज गेंद करते रहना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, 'वास्तविक रूप से देखूं तो दौड़कर लगातार 145 केपीएच से गेंदबाजी करना और वो भी लंबे समय से तो बहुत मुश्किल हो जाता है। मेरा पहला लक्ष्य दिन में 18 ओवर करना है, भले ही इसके लिए मुझे अपनी गति के साथ समझौता क्यों ना करना पड़े। 140 केपीएच भी बहुत गति होगी।' तेज गेंदबाज ने सुपरफ़ास्ट ऑटोमोबाइल फेरारी और अपनी गेंदबाजी की तुलना की। स्टेन ने कहं 'मैं एक चोट से ठीक हुआ और फिर दूसरी चोट में पड़ गया और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं बहुत जल्दी 0 से 100 की स्पीड में चला गया। अगर आप तेज कार्स (फेरारी) को देखोगे, तो वो हमेशा कहते है कि 200 की स्पीड हासिल करने से पहले आप 100 की स्पीड में ही गाड़ी चलाइए ताकि लय बनी रहे। मैंने चोट से उबरने के बाद 100 के बजाए सीधे 200 की स्पीड वाला काम किया और अपना कंधा चोटिल कर बैठा। एक वो भी समय था जब मैं कागिसो रबाडा जैसे 145-150 केपीएच की गति निकालता था। डेल स्टेन का प्रदर्शन चोट के कारण प्रभावित हुआ और वही हाल दक्षिण अफ्रीका के परिणामों का भी रहा। दक्षिण अफ्रीका भारत और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई। इसके अलावा वेस्टइंडीज में हुई ट्राई सीरीज के फाइनल में भी नहीं पहुंच पाई। तेज गेंदबाज स्टेन को फिर भी उम्मीद है कि दक्षिण अफ्रीका जल्द ही शीर्ष रैंकिंग पर पहुंचेगी। स्टेन के नए लक्ष्य को देखकर यही लगता है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनका नया अवतार देखने को मिलेगा।