2017 टेस्ट क्रिकेट के लिए एक अच्छा वर्ष रहा, जबकि वनडे क्रिकेट को भी बहुत बढ़ावा मिला, लेकिन एकबार फिर इस साल भी क्रिकेट के नवीनतम प्रारूप में बढ़ोतरी देखी गई और अगर यह रुझान जारी रहा तो कोई दो राय नही कि 2018 में भी इस प्रारूप का दबदबा रहेगा। टीमें इस प्रारूप में और भी स्थायी हो गयी हैं, विशेषज्ञों को चुना गया और काम सौंपा गया है, लेकिन इस तेज़ खेल के बीच, कप्तानों की भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण बन जाती है। टीमों के कप्तान को आगे बढ़कर सोचना पड़ता है और वे पहले से बनायी योजनाओं पर भरोसा नहीं कर सकते हैं और इसलिए यह प्रारूप एक कप्तान की एकदिवसीय मैच की तुलना में ज्यादा परीक्षा लेता है। यहां हम इस वर्ष के शीर्ष 5 कप्तानों पर एक नज़र डाल रहे हैं, जिन्होंने टीमों को अपने प्रेरणादायाक नेतृत्व द्वारा अपनी टीमों को विजयी बनाया:
# 5 केन विलियमसन, न्यूज़ीलैंड
कई मायनों में न्यूजीलैंड की क्रिकेट अभी भी ब्रेंडन मैकुलम हैंगओवर में है, लेकिन यह कहा जा सकता है कि केन विलियमसन ने अपनी टीम को सँभालने और एक मजबूत टीम बनाने में सफलता हासिल कर ली है और इस साल तीनों प्रारूपों में उनकी टीम में सुधार हुआ है। वर्षों से न्यूजीलैंड के साथ होता आया है कि वे अपने पास मौजूद संसाधनों के दम पर अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करते हैं। हालाँकि यह वर्ष बहुत अच्छा नहीं रहा है, लेकिन रिकॉर्ड सम्मानजनक है। न्यूजीलैंड ने 7 मैचों में 4 को जीता है। उनकी जीत/ हार का अनुपात 1.33 है जो एक सम्मानजनक आकड़ा है और विलियमसन को इन प्रदर्शनों का श्रेय विलियमसन को भी मिलना चाहिए।
# 4 विराट कोहली, भारत
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इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारतीय टीम 2017 में सभी तीनों प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ थी और उनके कप्तान विराट कोहली सभी योजनाओं को बनाने में महत्वपूर्ण हिस्सा थे। खुद के रन बनाने से लेकर अपनी टीम के सदस्यों उनका सर्वश्रेष्ठ देने के लिये प्रेरित करने के साथ ही कोहली ने भारतीय टीम में विश्वास लाया वह कभी भी कामयाबी हासिल कर सकते है, जो कि आने वाले लंबे समय के विदेशी दौरों के शुरू होने पर टीम को अच्छी स्थिति में रखेगी। श्रीलंका की टी -20 श्रृंखला से पहले जब कप्तान को विश्राम दिया गया था, तब तक कोहली ने 10 मैचों में भारत का नेतृत्व किया था, जिसमें से उन्होंने 6 में जीत दर्ज की। उनका जीत/ हार अनुपात 1.666 का रहा जो कि क्रिकेट के छोटे प्रारूप में भारत के बढ़ते दबदबे को दिखाता है।
# 3 कार्लोस ब्रैथवेट, वेस्टइंडीज़
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क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में मौजूदा विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज के पास शक्तिशाली स्ट्रोकमेकर और ऐसे टी -20 गेंदबाजों का एक समूह है जिनके कारण टीम टी -20 में अपना दबदबा बनाये रखना जारी रखा। नए कप्तान कार्लोस ब्रैथवेट ने अपने मौजूद संसाधनों के बेहतर प्रबंधन का एक अच्छा काम किया और अपने दल को जीत दिलाने के लिये उन्होंने खेल पर ध्यान केंद्रित रखते हुए खिलाड़ियों को खेल से ध्यान हटाने की इजाजत नहीं दी। बारबाडोस के जन्में इस खिलाड़ी को भूमिका आश्चर्यजनक रूप से प्रदान की गयी थी, मगर अपने संसाधनों के प्रबंधन में से मैच में टीम को जीत दिलाने का उनका जज्बा वेस्टइंडीज के प्रदर्शन में नज़र आया और उन्होंने खुद को साबित भी किया। वे 9 मैच में से 6 जीतने में सफल रहे हैं और उनका जीत/ हार का अनुपात 2.33 है।
# 2 असग़र स्टेनिकज़ाई, अफ़ग़ानिस्तान
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एक सामान्य क्रिकेट टीम से एक टेस्ट राष्ट्र बनने तक कि अफगानिस्तान क्रिकेट के उदय की कहानी, हाल के सालों में क्रिकेट और खेल की दुनिया की सबसे आकर्षक और लुभावनी कहानियों में से एक रही है। क्रिकेट की दुनिया उनका ऐसा प्रभुत्व रहा है कि अपने देश में बुनियादी ढांचे की कमी के बावजूद उनके खिलाड़ी विश्व भर की टी-20 लीग में अपने प्रदर्शन से अब मांग में रहते हैं। इस साल उनके प्रदर्शन में निरंतरता आयी और उनका रिकॉर्ड भी बेहतर रहा, और इसका श्रेय उनके कप्तान असगर स्टेनिकज़ाई को भी मिलता है, जिन्होंने टीम का नेतृत्व किया है और टीम के अन्य खिलाड़ियों के लिये प्रेरणा के स्त्रोत बन एक मजबूत टीम बनायी है। अफगानिस्तान ने 2017 में 10 टी 20 मैच खेले और वेस्टइंडीज के खिलाफ 3-0 की हार को छोड़ अपने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है। उनकी जीत/ हार का अनुपात 2.333 का रहा जो काफी प्रभावशाली है।
# 1 सरफराज़ अहमद, पाकिस्तान
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क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में पाकिस्तान सबसे अच्छी और खतरनाक टीम बन उभरने का दम रखती है मगर यह इस बात पर निर्भर करता है कि मैदान पर उस दिन टीम किस सोच के साथ उतरी है। हालांकि, साल 2017 उनके लिए एक अपेक्षाकृत बेहतर वर्ष रहा है और सरफराज अहमद के रूप में उनके पास एक कप्तान है जो बाकी सभी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। सरफराज ने अपने चारों ओर एक मजबूत दल बनाने में कामयाबी हासिल की है और परिणाम भी सामान्यतः सकारात्मक रहे हैं। उन्होंने इस साल 10 में से 8 मैच जीते और उनका 2.25 का जीत/ हार का अनुपात रहा, पाकिस्तान इस प्रारूप में साल 2017 की सर्वश्रेष्ठ टीम रही है। लेखक: मनीष पाठक अनुवादक: राहुल पाण्डे