#1 सरफ़राज़ अहमद
साल 2009 के वर्ल्ड टी-20 ख़िताब को जीतने के 1 दशक तक पाकिस्तान टीम में उतार चढ़ाव जारी रहा। हांलाकि इस टीम में हुनरमंद खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं रही, फिर भी टीम में सही दिशा की कमी रही। शायद अज़हर अली की कप्तानी से विदा होने पर टीम का ये हाल हुआ। ये सरफ़राज़ अहमद का ही करिश्मा था जो पाकिस्तान टीम में जान आ गई। सरफ़राज़ ने साल 2006 में अपनी कप्तानी में पाकिस्तान को अंडर-19 वर्ल्ड कप जिताया था। इस प्रदर्शन के बावजूद एक दशक तक वो पाकिस्तान टीम के अहम हिस्सा नहीं बन पाए। लेकिन अब वक़्त और हालात बदल चुके हैं, सरफ़ाज़ आज सिर्फ़ पाक टीम के कप्तान ही नहीं बल्कि वो इसकी दिल और धड़कन हैं। सरफ़राज़ ने पाकिस्तान टीम को साल 2017 में कई जीत दिलाई है। इनकी सबसे बड़ी कामयाबी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी को जीतना था वो भी फ़ाइनल में भारत को हराकर। ये बदलाव अचानक नहीं आया है, इसमें टीम के कप्तान और खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत शामिल है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने साल 2017 की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 1-4 से हार की थी, लेकिन अगली ही सीरीज़ में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ जीत हासिल हुई थी। चैंपियंस ट्रॉफ़ी के बाद पाकिस्तान ने ज़्यादा मैच नहीं खेला। पाकिस्तान ने यूएई के अपने आधिकारिक घरेलू मैदान में श्रीलंका के ख़िलाफ़ 5-0 से सीरीज़ जीती थी। लेखक – आद्या शर्मा अनुवादक – शारिक़ुल होदा