#3 ऑल-राउंडर और विकेटकीपर
ब्रिस्टल की घटना की वजह से बेन स्टोक्स ऐशज में हिस्सेदारी नहीं दर्ज कर सके, लेकिन इससे पहले तक वह काफी बेहतरीन खेल दिखा चुके थे। 15 वनडे मैचों में स्टोक्स ने 106.94 के स्ट्राइक रेट के साथ 616 रन बनाए, जिनमें 2 शतक भी शामिल हैं। हालांकि, गेंदबाजी में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, लेकिन बल्लेबाजी में लगातार प्रभावी प्रदर्शन के बल पर उन्होंने ऑल-राउंडर के स्थान के लिए हार्दिक पांड्या और जेसन होल्डर जैसे खिलाड़ियों के ऊपर प्राथमिकता हासिल की। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पिछले काफी वक्त से अपने ही द्वारा बनाए गए मानकों पर उस स्तर तक खरे नहीं उतर पा रहे हैं, जितने की उनके फैन्स उम्मीद करते हैं। फिर भी, विकेटकीपर बल्लेबाज की जगह पर उनसे उपयुक्त विकल्प नहीं नजर आता। बल्ले के लिहाज से भी पिछला साल उनके लिए औसत से बेहतर ही रहा। उन्होंने 29 मैचों में 60.61 की औसत और 84.73 के स्ट्राइक रेट के साथ 788 रन अपने खाते में जमा किए। इस दौरान उन्होंने तीन साल के सूखे को खत्म करते हुए एक शतक भी जमाया। लेकिन विकेट के पीछे धोनी की मौजूदगी ही काफी है। पिछले साल धोनी के नाम पर 26 कैच और 13 स्टम्पिंग्स दर्ज हुईं।