मध्य क्रम
टीम इंडिया के लिए चेतेश्वर पुजारा एक ऐसी चट्टान है जिसे हटा पाना की भी टीम के लिए आसान नहीं होता। उन्होंने साल 2017 में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ 2 हाफ़ सेंचुरी लगाई थी। बैंगलौर में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 92 रन की पारी बेहद ज़रूरी वक़्त पर खेली गई थी। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ रांची में 202 की पारी बेहद ख़ास थी, इस मैच में उन्होंने सबसे ज़्यादा गेंदों का सामना किया। श्रीलंका के ख़िलाफ़ उन्होंने 2 शतक लगाए थे। साल 2017 में उन्होंने 4 शतक और 5 अर्धशतक लगाया था, उन्होंने 67.06 की औसत से 1,140 रन बनाया था। स्टीवन स्मिथ (कप्तान) – 76.76 की औसत से 1,305 रन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने साल 2017 में ज़िम्मेदारी से खेलते हुए अपनी टीम को कई जीत दिलाई है। उन्होंने टीम इंडिया के ख़िलाफ़ 3 टेस्ट शतक लगाया था। इसके अलावा अपने घरेलू मैदान में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भी शतकीय पारी खेली थी। बीते साल स्मिथ ने 11 टेस्ट मैच की 20 पारियों में 76.76 की औसत से 1,305 रन बनाए हैं। साल 2017 के कैलेंडर ईयर में वो सबसे ज़्यादा टेस्ट रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। पिछले साल ही उनहोंने एक पारी में 239 रन बनाए थे जो उनके करियर की बेस्ट पारी है। उन्होंने लगातार चौथे साल टेस्ट मैच में हज़ार रन का आंकड़ा पार किया है। विराट कोहली – 75.64 की औसत से 1,059 रन विराट कोहली ऐसे क्रिकेटर हैं जो बतौर खिलाड़ी बतौर कप्तान अपनी ज़िम्मेदारी को समझते हैं। साल 2017 में उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए हैं। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने एक साल में वो सभी टेस्ट सीरीज़ जीता है जिसमें उसने हिस्सा लिया। पिछले साल कोहली ने 5 टेस्ट शतक लगाए जिसमें 3 दोहरा शतक शामिल था। अब उनके नाम 6 दोहरा शतक हो गया है। हांलाकि वो ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक नहीं लगा पाए, लेकिन लगातार दूसरे साल उनका औसत 75 से ज़्यादा रहा। बीते साल उन्होंने 10 टेस्ट मैच की 16 पारियों में 75.64 की औसत से 1,059 रन बनाए। उन्होंने 3 मैचों की टेस्ट सीरीज़ में 610 रन बनाए थे जो किसी भी भारतीय के लिए एक रिकॉर्ड है। विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा - 42.30 की औसत से 423 रन और 34 कैच, 3 स्टंपिंग साहा ऐसे खिलाड़ी हैं जो बेहद ख़ामोशी से अपनी टीम के लिए योगदान देते हैं, वो साल 2017 के सबसे कामयाब टेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ 106 रन औऱ रांची में ऑस्ट्रलिया के ख़िलाफ़ 117 रन की पारी खेली। उन्होंने साबित किया कि वो किसी भी विपक्षी टीम के ख़िलाफ़ शतक लगाने में माहिर हैं। उन्हें अकसर हल्के में लिया जाता रहा है, लेकिन उनका प्रदर्शन उम्मीद से बेहतर रहा है। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उन्होंने ज़रूरी रन जोड़े जिससे भारत को कंगारू टीम के ख़िलाफ़ सीरीज़ जीतने में मदद मिली। श्रीलंका के ख़िलाफ़ कोलंबो में साहा ने 67 रन की पारी खेली थी। साल 2017 में उन्होंने 11 टेस्ट मैच की 14 पारियों में 42.30 की औसत से 423 रन बनाए। इसके अलावा उन्होंने विकेटकीपिंग के दौरान 34 कैच और 3 स्टंपिंग अपने नाम किए।