ऑलराउंडर्स
अगर विवाद की ख़बर को दरकिनार कर दें तो बेन स्टोक्स के हरफ़नमौला प्रदर्शन भी सुर्ख़ियों में आया था। स्टोक्स ने घरेलू मैदान में गेंजबाज़ों के अनुकूल माहौल में 2 शतक लगाए थे। इसके अलावा उनके नाम बीते साल में 4 अर्धशतक भी हैं, उन्होंने 7 टेस्ट मैच की 12 पारियों में 43.91 की औसत से 527 रन बनाए थे। इस अलवा उन्होंने 31.31 की औसत से 16 विकेट भी लिए थे। उन्होंने लॉर्ड्स के मैदान पर एक पारी में 22 रन देकर 6 विकेट हासिल किए थे। उन्होंने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 7 विकेट हासिल किए थे जिसमें कप्तान फ़ॉफ़ डुप्लेसी का भी विकेट शामिल था। इस प्रदर्शन के बावजूद ब्रिस्टल की घटना की वजह से उन्हें एशेज़ से बाहर होना पड़ा, जो निराशाजनक था। रविंद्र जडेजा – 41.00 की औसत से 328 रन और 23.06 की औसत से 54 विकेट अगर साल 2017 में प्रदर्शन की बात करें तो रविंद्र जडेजा ने अपने स्पिन जोड़ीदार रविचंद्रन अश्विन को काफ़ी पीछे छोड़ दिया क्योंकि जडेजा ने न सिर्फ़ विकेट हासिल किए बल्कि ज़रूरी रन भी बनाए। बांग्लादेश के ख़िलाफ़ उनका हरफ़नमौला प्रदर्शन और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उनका 6 विकेट हासिल करना भारत के लिए सीरीज़ जीतने में मददगार साबित हुआ। जडेजा ने साल 2017 में 41 की औसत से 328 रन बनाए। इसके अलावा 23.06 की औसत से 54 विकेट हासिल किए। यही वजह है कि वो दोनों ही क्षेत्र में अश्विन से आगे निकल गए।