स्पोर्ट्सकीड़ा 2016-17 रणजी ट्रॉफी टीम ऑफ द टूर्नामेंट के मध्यमक्रम बल्लेबाजी में 4 लोगों ने जगह बनाई है। झारखंड के इशांक जग्गी, विजेता टीम के कप्तान पार्थिव पटेल, सर्विसेस के राहुल सिंह और टूर्नामेंट की खोज ऋषभ पंत। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में गुजरात के कप्तान पार्थिव ने 8 साल बाद भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी की। हमारी टीम में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करेंगे। इस अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज ने 14 पारियों में 58.69 की औसत से 763 रन बनाये। फाइनल में पार्थिव की 90 और 143 रन की पारियों की मदद से खिताब पर कब्जा किया जा सका। विकेट के पीछे अच्छी विकेटकीपिंग के कारण उन्हें टीम का विकेटकीपर भी बनाया जाता है। नंबर 4 और 5 पर क्रमशः ऋषभ पंत और इशांक जग्गी को जगह मिलती है। झारखंड की टीम में इस सत्र में चर्चा का केन्द्र ईशान किशन रहे, लेकिन जग्गी अपने राज्य के लिए पिछले कुछ सालों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी वजह से हमारी टीम में चुपके से जगह बनाने में कामयाब रहे। रणजी के इस सत्र में जग्गी ने 16 पारियों में 59.33 की औसत से 890 रन बनाये। झारखंड को सेमिफाइनल तक पहुंचाने में इस मौकों पर अहम पारियां खेली। गुजरात के खिलाफ पहली पारी में दिया योगदान झारखंड टीम को फाइनल तक नहीं पहुंचा पाया। पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा किसी नाम की चर्चा हुई तो वो थे दिल्ली के ऋषभ पंत। 19 साल के इस बांये हाथ के बल्लेबाज ने उन सभी गेंदबाजों की जमकर क्लास ली जिन्होंने उनके आगे गेंदबाजी की। पंत ने 12 पारियों में 81 की औसत से 972 रन बनाए यानी हर 100 गेंद पर 107.28 रन ठोके। इस उपलब्धि के लिए उन्हें बतौर ईनाम इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज़ में चयन करके दिया जा चुका है। लिस्ट में एक नाम ऐसा है जिससे ज्यादा क्रिकेट प्रशंसक अनजान हैं। सर्विसेस के बल्लेबाज राहुल सिंह। उन्होंने 15 पारियों में 72.69 की औसत से 945 बटोरे। इन आंकड़ों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। राहुल की उम्र अभी महज 21 साल है। अपनी बल्लेबाजी में अभी काफी कुछ सीखते हुए भविष्य में नई ऊंचाईयों को छू सकते हैं।