#1. सचिन तेंदुलकर
महज 16 साल की उम्र में सचिन तेंदुलकर पाकिस्तान की विश्व स्तरीय गेंदबाजी आक्रमण से निपटने के लिए तैयार थे। जिसमें धुरविरोधी पाकिस्तान के इमरान खान, वसीम अकरम, वकार यूनिस और अब्दुल कादिर शामिल थे। जब तक वह 20 साल के हुए , तब तक इस प्रतिभा के नाम इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के विभिन्न जगहों पर टेस्ट कारनामे दर्ज हो चुके थे। एक एक करके सचिन अपने नाम के आगे नये नये आयाम जोड़ते जा रहे थे। अपने करियर के प्रारंभिक चरण के दौरान एक अस्थिर बल्लेबाजी लाइनअप में किस्मत आजमाना और एक अरब से अधिक आबादी की उम्मीदों का बोझ कंधे पर होने के बावजूद तेंदुलकर ने हर चुनौती को एक अभूतपूर्व सफलता में बदल दिया। भारतीय क्रिकेट की तीन अलग-अलग पीढ़ियों के साथ खेलने वाला यह दाएं हाथ का बल्लेबाज दीर्घायु सफल करियर का प्रतीक बन गया। 1990 के दशक में एक तेज स्ट्रोक मास्टर होने से लेकर 2000 के दशक के दौरान उन्होंने खुद को भारतीय बल्लेबाजी क्रम के अनुसार रन मशीन के रूप में खुद को बदल लिया। खेल का लगभग हर बल्लेबाजी रिकॉर्ड इस महानतम खिलाड़ी के नाम है। बहुत से खिलाड़ी आते है और जाते हैं लेकिन शताब्दियों में सचिन तेंदुलकर बस एक था और एक ही रहेगा इसलिए सचिन को सचिन 'रिकॉर्ड' तेंदुलकर कहा जाता है। करियर अवधि: 1989-2013 आंकड़े: 200 मैच में 23.78 की औसत और 51 शतक व 68 अर्धशतक के साथ 15,921 रन लेखक- राम कुमार अनुवादक- सौम्या तिवारी