भारतीय टीम ने पल्लेकेले में श्रीलंका को तीसरे और आखिरी टेस्ट में महज 3 दिनों में एक पारी और 171 रनों से करारी शिकस्त देकर क्लीन स्वीप कर दिया। शिखर धवन को बल्ले से उम्दा प्रदर्शन करने के कारण मैन ऑफ़ द सीरीज चुना गया और हार्दिक पांड्या को ताबड़तोड़ शतक बनाने के लिए मैन ऑफ़ द मैच का खिताब दिया गया। भारत ने सीरीज जीतकर एक इतिहास तो रचा ही साथ ही एक बार फिर दर्शा दिया कि क्यों इस टीम को विश्व में नम्बर एक माना जाता है। तीसरे दिन कुछ दिलचस्प आंकड़े बने, जिनसे आपको भी रूबरू कराते हैं।
# श्रीलंका की टीम ने इससे पहले कभी अपने घर में दो टेस्ट लगातार पारी से नहीं हारे थे।
# तीन और उससे अधिक टेस्ट मैचों की सीरीज में घर से बाहर टीम इंडिया ने पहली बार क्लीन स्वीप किया।
# भारत ने श्रीलंका को एक पारी और 171 रनों से हराकर घर से बाहर दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की, 10 वर्ष पहले बांग्लादेश को टीम इंडिया ने एक पारी और 239 रनों से हराया था।
# पहले 29 टेस्ट मैचों में जीत के मामले में विराट कोहली दूसरे कप्तान बन गए हैं। उन्होंने 19 मैचों में जीत दर्ज की है, स्टीव वॉ और रिकी पोंटिंग ने 21 टेस्ट जीते थे।
# श्रीलंका को दूसरी बार घरेलू सीरीज में किसी टीम ने क्लीन स्वीप किया है। इससे पहले 2004 में ऑस्ट्रेलिया ने भी ऐसा किया था।
# इस मैच में किसी भी श्रीलंकाई बल्लेबाज ने 50 रन नहीं बनाए, ऐसा तीसरी बार हुआ है। कैंडी में 1986 में पाकिस्तान के खिलाफ और 1993 में सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी घरेलू सीरीज के टेस्ट मैचों में ऐसा हो चुका है।
# श्रीलंका ने घरेलू जमीन पर टेस्ट मैच तीन दिनों के अंदर गंवा दिया, ऐसा चौथी बार हुआ है। पिछली बार 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ कैंडी में ऐसा हुआ था।
#भारत ने श्रीलंका में खेले अंतिम पाँचों टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की है। श्रीलंका ने भारत में टेस्ट नहीं जीता है।
# तीन और उससे अधिक टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टीम का यह पांचवां क्लीन स्वीप है।
# टेस्ट इतिहास में यह आठवां मौका है, जब किसी मेहमान टीम ने मेजबान टीम को तीन या उससे अधिक टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप किया है। अंतिम बार ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को 2006 में इस तरह हराया था।
# श्रीलंका में 24 टेस्ट खेलकर 9 जीतने पर टीम इंडिया सबसे सफल टीम बन गई है, पाकिस्तान ने यहां 8 मैच जीते हैं।
# श्रीलंका का गेंदबाजी और बल्लेबाजी में औसत का अंतर 37.53 रहा, घरेलू (2 या अधिक टेस्ट वाली) टेस्ट सीरीज में उनका यह उच्चतम है। इससे पहले 1994 में पाकिस्तान के खिलाफ यह 30.14 था।