ऑस्ट्रेलियाई विस्फ़ोटक बल्लेबाज़ ग्लेन मैक्सवेल ने श्रीलंका के विरुद्ध खेले गए पहले टी20 में 65 गेंदों में नाबाद 145 रन बनाकर श्रीलंकाई गेंदबाजों की धज्जी उड़ा दी। मैक्सवेल के इस शानदार शतक की बदौलत टीम ऑस्ट्रेलिया अंतर्राष्ट्रीय टी20 में सर्वाधिक रन बनाने वाली टीम बन गई। ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका का ही ये विश्व रिकॉर्ड तोड़ते हुए उन्ही के खिलाफ ये कारनामा अंजाम दिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 में श्रीलंकाई गेंदबाजों द्वारा ख़राब गेंदबाज़ी प्रदर्शन से टीम के कोच ग्राहम फ़ोर्ड काफी निराश दिखे। फोर्ड के मुताबिक श्रीलंका ने पहली बार टीम में तीन विशेषग्य तेज़ गेंदबाज़ खिलाये पर उनका ये दाव बिल्कुल बेकार चला गया। मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेले गए दो टी20 मैचों की सीरीज़ के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को 85 रनों से करारी मात दी। एक टी20 मैच में श्रीलंका की ये सबसे बड़ी हार थी। श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज़ तिलकरत्ने दिलशान की ये आखिरी अंतर्रष्ट्रीय सीरीज़ का आख़िरी मैच है। श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच में जो हुआ वो समर्थकों के लिए एक बड़ा रोमांच रहा। वनडे टीम से बाहर रहे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्सवेल की इस मैच में वापसी हुई, पर वापसी के बाद मैक्सवेल ने इस मैच में जो कारनामा किया वो एक लम्बे अरसे तक क्रिकेट प्रेमियों को याद रहेगा। श्रीलंका ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाज़ी करने का निमंत्रण दिया पर उसके बाद जो हुआ वो शायद ही कभी देखने को मिलता है। सलामी बल्लेबाज़ी करने उतरे ग्लेन मैक्सवेल ने शानदार बल्लेबाज़ी की और अपना पहला टी20 शतक जड़ दिया। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया टी20 में सर्वाधिक रन बनाने वाली टीम भी बन गई। ग्लेन मैक्सवेल की इस तूफानी पारी ने श्रीलंकाई गेंदबाजों को उड़ा कर रख दिया। मैक्सवेल इस मैच में 145 रन बनाकर नाबाद रहे। श्रीलंका के इस खारब गेंदबाजी प्रदर्शन पर कोच ने कहा “इस मैच के दौरान गेंदबाज़ों ने मैक्सवेल को उसी जगह पर गेंदबाजी की जहाँ वो चाहते थे और जो उनका हिटिंग जोन था, गेंदबाजों ने ठीक तरह से प्लान को फॉलो नहीं किया जिसका नतीजा हमें एक करारी हार के रूप में झेलना पड़ा”। “मैं गेंदबाज़ों के इस प्रदर्शन से काफी निराश हूँ पर मुझे पूरी आशा है कि दूसरे टी20 में हमारे गेंदबाज़ वो ग़लती नहीं दोहराएंगे, मुझे पूरी उम्मीद है कि दूसरे मैच में हम शानदार वापसी करेंगे”: फ़ोर्ड फ़ोर्ड के इस बयान से श्रीलंकाई गेंदबाजों को बहुत राहत मिली होगी और उन्हें दूसरे मैच के लिए प्रोत्साहन भी अवश्य मिला होगा।