टेस्ट सीरीज में 3-0 से श्रीलंका का व्हाइट वॉश करने वाली टीम इंडिया की नजर अब आने वाली वनडे सीरीज पर है। वनडे सीरीज की शुरुआत रविवार 20 अगस्त से हुई। जहां एक ओर भारतीय टीम मेजबान टीम का टेस्ट सीरीज में सूपड़ा साफ करने के बाद जोश से भरी हुई है तो दूसरी ओर श्रीलंकन टीम पर अब वनडे सीरीज में और भी ज्यादा दबाव होगा। भारत ने अपनी टीम में कुछ बदलाव किये हैं और कुछ बड़े नामों को टीम से आराम दिया है और कुछ को शामिल नहीं किया है जैसे- युवराज सिंह, रविचंन्द्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा। इसने कुछ युवाओं के लिए दरवाजा खोल दिया है, जिन्हें अब इस मौके का लाभ उठाना होगा।यहां ऐसे पांच खिलाड़ी हैं जिन पर रहेगी इस सीरीज में नजर- #5 युजवेन्द्र चहल बेहद प्रतिभाशाली स्पिनर यजुवेन्द्र चहल काफी हद तक बदकिस्मत रहे है क्योंकि उन्हें उतने मौके नहीं मिले जितने की वह हकदार थे। अभी तक वनडे मैचो में सिर्फ 3 बार वो भी लो प्रोफाइल मैचों में ही उन्हें प्रदर्शन करने का मौका मिला है और वह तीन मैचों चहल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले थे। जिसमें चहल ने दूसरे मैच में 25 रन देकर तीन विकेट झटके थे। पिछले कुछ सालों में, उन्होंने आरसीबी के लिए घर के मैदान पर एक अच्छा प्रदर्शन किया है जो पिच एक बल्लेबाज के स्वर्ग साबित हो सकती है, वहां पर नियमित रूप से पॉवरप्ले और स्लॉग ओवरों के दौरान लगातार अच्छी गेंदबाजी की हैं। भारतीय जर्सी में चहल की बेस्ट परफॉर्मेंस बेंगलुरू में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच में निकल कर आयी जहां मैच जिताऊ खेल दिखाते हुए चहल ने 25 रन पर 6 विकेट झटक लिये। अश्विन और जडेजा की बढ़िया जोड़ी को श्रृंखला के लिए विश्राम किया गया है क्योंकि वे कुछ समय के लिए ओडीआई क्रिकेट में भी असंगत हैं। चहल अब दोनों हाथों से अपने अवसरों को प्राप्त करने के लिए भूख लगी है और वह शायद ही देखने के लिए एक हो सकता है। अश्विन और जडेजा की शानदार जोड़ी को इस सीरीज में आराम दिया गया है और युवा चेहरों तरहीज दी गई है। ऐसे में चहल के पास मौका का है दोनों हाथों से अवसर को लेने का और वह इस सीरीज उन खिलाड़ियों में से एक रहेंगे जिनपर सबकी नजरें होंगी। #4 केएल राहुल
भारतीय क्रिकेट सर्कल में इस बात की चर्चा चारों तफ है कि केएल राहुल सबसे ज्यादा युवा प्रतिभावान खिलाड़ियों में से एक है जिन्हें मौका दिया जा रहा है जो भारत के मध्यक्रम की रीढ़ साबित हो सकता है। आईपीएल में सफलता की कहानियां गड़ने के बाद राहुल उन कुछ युवा खिलाड़ियों में से एक हैं जो भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में खेल रहे हैं। राहुल एक क्लासिक तकनीक और स्वभाव वाला बल्लेबाज है जिसके बारे में सबसे बड़ी बात यह है कि वह जानता है कि टेस्ट से वनडे तक गियर कैसे बदलना है और जो हर प्रारूप में हर स्थिति में सहज दिखता है। लंबे समय से चोट से उबरने के बाद अब वह फिट है और आगे बढ़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह अच्छी सीरीज साबित हो सकती है जिसमें राहुल मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में खुद को स्थापित कर सकते हैं। वह निश्चित तौर पर खिलाड़ियों में से एक होगा, जिस पर सबकी निगाहें टिकी होंगी। #3 मनीष पांडे
जब मनीष पांडे ने एससीजी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खेल मैच जिताऊ पारी खेलते हुए शतक लगाया था तो सभी को यह एहसास हुआ कि भारत को अपना अगला मैच फिनिशर मिल गया है लेकिन पांडे अपनी चमक को बरकरार नहीं रख सके और तब से अपनी सफलता को दोहराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक महत्वपूर्ण क्षण में चोट उसके लिए एक बड़ी निराशा थी क्योंकि जिस कारण वह साल के शुरुआती समय में टीम से बाहर कर दिये गये। लेकिन फॉर्म में वापस आते हुए मनीष ने भारत ए के लिए कुछ रन बनाये हैं। ऐसे में पांडे के पास अब मध्य क्रम में अपनी जगह पक्की करने का यह एक बड़ा मौका है। लेकिन इस मौके पर वह भी बहुत दबाव में होंगे क्योंकि उन्हें टीम में शामिल होने के कारण वह युवराज सिंह की कीमत पर आए हैं। यह पांडे के लिए एक बड़ी सीरीज है और जिस फॉर्म में वह हैं उससे उन्हें निराश नहीं करना चाहिए। #2 हार्दिक पांड्या
जब तक आप क्रिकेट की दुनिया से कट ऑफ नहीं होते हैं, तब तक आप यह मानेंगे कि पिछले डेढ़ साल में हार्दिक पंड्या के बनने की कहानी असाधारण से कम कुछ नहीं रही। आईपीएल में एक और प्रतिभावान युवा खिलाड़ी सामने आता है और फिर उसने दुनिया को दिखाया कि उनके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल होने की क्षमता है। इस साल की शुरुआत में पाकिस्तान के खिलाफ चैपिंयस ट्रॉफी में खेली गई पारी से लेकर श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू तक पांड्या का सफर एक होनहार खिलाड़ी से भरोसेमंद ऑलराउंडर पर पूरा हो चुका है। टेस्ट सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन पांड्या के आत्मविश्वास को निसंदेह रूप से बढ़ायेगा क्योंकि वह वनडे में उसी आग को दोहराने के लिए पूरी तरह तैयार है। वह तेजगति के बॉलर और ऑलराउंडर हैं जिसे भारत लंबे समय से खोज रहा था। ऐसे में इस सीरीज़ की ओर देखते हुए, हम बल्ले और गेंद दोनों से कुछ आतिशबाजी की उम्मीद कर सकते हैं। # 1 महेन्द्र सिंह धोनी शायद कोई क्रिकेटर और कप्तान नहीं है जिसने भारत के लिए एमएस धोनी से भी ज्यादा किया हो। पर आजकल कई लोग धोनी को करियर समाप्त करने के लिए सही समय बता रहे हैं लेकिन शानदार मुस्कुराहट और करिश्माई व्यक्तित्व वाला धोनी, अपने चारों तरफ चलने वाली इन अफवाहों को नकार कर वही करते हैं जिसके लिए वह प्रसिद्ध हैं। शायद कोई क्रिकेटर और कप्तान नहीं है जिसने भारत के लिए एमएस धोनी से भी ज्यादा किया हो। हालांकि धोनी ने 2019 विश्व कप तक खेलने की इच्छा को बार-बार व्यक्त किया है, लेकिन युवराज सिंह को टीम में शामिल नहीं किया जाना कई लोगों के अनुसार धोनी के लिए एक चेतावनी है। एमएसके प्रसाद ने यह भी कहा कि धोनी को टीम में रहने के लिए प्रदर्शन करना होगा, ऐसे में दबाव पूर्व भारतीय कप्तान पर जमा हो रहा है। लेकिन धोनी ने जब भी खुद को दबाव में पाया है, धोनी हमेशा अपने बल्ले से जवाब दिया है। यह धोनी के लिए करो या मरो की सीरीज हैं, ऐसे में धोनी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकता है। वह इस श्रृंखला में परीक्षण के तहत एक होगा और सभी की निगाहें अंतत धोनी पर ही टिकी होंगी। लेखक- दिप्तेश सेन अनुवादक- सौम्या तिवारी