जब मनीष पांडे ने एससीजी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खेल मैच जिताऊ पारी खेलते हुए शतक लगाया था तो सभी को यह एहसास हुआ कि भारत को अपना अगला मैच फिनिशर मिल गया है लेकिन पांडे अपनी चमक को बरकरार नहीं रख सके और तब से अपनी सफलता को दोहराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक महत्वपूर्ण क्षण में चोट उसके लिए एक बड़ी निराशा थी क्योंकि जिस कारण वह साल के शुरुआती समय में टीम से बाहर कर दिये गये। लेकिन फॉर्म में वापस आते हुए मनीष ने भारत ए के लिए कुछ रन बनाये हैं। ऐसे में पांडे के पास अब मध्य क्रम में अपनी जगह पक्की करने का यह एक बड़ा मौका है। लेकिन इस मौके पर वह भी बहुत दबाव में होंगे क्योंकि उन्हें टीम में शामिल होने के कारण वह युवराज सिंह की कीमत पर आए हैं। यह पांडे के लिए एक बड़ी सीरीज है और जिस फॉर्म में वह हैं उससे उन्हें निराश नहीं करना चाहिए।