इस माह के अंत में भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरिज होनी है। जिसके लिए चयनकर्ताओं ने 16 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा कर दी है। ये सीरिज विराट कोहली एंड कंपनी के लिए बेहद अहम साबित होने वाली है। क्योंकि इस सीरिज के बाद भारतीय टीम को एशिया से बाहर टेस्ट मुकाबले खेलने हैं। रोहित शर्मा को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ चोट लगी थी, जिससे वह उबरकर एक बार फिर टीम में जगह बनाने में सफल हुए हैं। सलामी बल्लेबाज़ अभिनव मुकुंद, तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा के अलावा चाइनामेन गेंदबाज़ कुलदीप यादव टीम में अपना स्थान बरकरार रखने में सफल रहे हैं। हालांकि चोट से उबरकर वापसी कर रहे केएल राहुल और मुरली विजय टीम के मुख्य सलामी बल्लेबाज़ होंगे। चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने वाली टीम का हिस्सा रहे करुण नायर को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। टीम इस प्रकार है: विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, आर अश्विन, रविन्द्र जडेजा, वृद्धिमान साहा, इशांत शर्मा, उमेश यादव, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, अभिनव मुकुंद। लेकिन इसके बावजूद कई स्टार खिलाड़ियों को दुर्भाग्यवश टीम में जगह नहीं मिल पायी, पढ़ें वह कौन हैं: श्रेयस अय्यर सभी भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के मन में ये सवाल लम्बे समय से चल रहा है कि श्रेयस अय्यर को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने में अभी और कितना समय लगेगा। मुंबई का ये बल्लेबाज़ घरेलू क्रिकेट में पिछले तीन सीजन से लगातार बेहतरीन बल्लेबाज़ी करता रहा है। ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए चौथे टेस्ट में विराट कोहली की जगह पर अय्यर को टीम में शामिल किया गया था। लेकिन टीम मैनेजमेंट ने अतिरिक्त गेंदबाज़ खिलाने का निर्णय लेते हुए टीम में कुलदीप यादव को शामिल किया था। अब जब श्रीलंका दौरे के लिए टीम की घोषणा हुई तो अय्यर और नायर को टीम से बाहर कर दिया गया। जिनकी जगह पर रोहित शर्मा को टीम में शामिल किया गया है। ऐसे में चयनकर्ताओं का ये नजरिया बिलकुल हैरान करने वाला रहा है, अय्यर लम्बे समय से अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला खेलने के लिए बेताब हैं। लेकिन उन्हें जिस तरह से इग्नोर किया गया है, उससे चयन प्रक्रिया कहीं न कहीं संदेह के घेरे में आ जाती है। करुण नायर पिछले ही साल करुण नायर सहवाग के बाद तिहरा शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ बने थे। इस पारी के बाद ऐसा लग रहा था कि नायर की जगह टीम में पक्की हो गयी है। हालांकि अगले ही मैच में नायर को रहाणे की वजह से अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली। लेकिन उसके बाद मिले मौकों पर नायर की बल्लेबाज़ी में लगातार गिरावट देखने को मिली। हालाँकि टेस्ट मैचों में नायर का औसत 62।33 है। तिहरा शतक लगाने के बाद नायर ने 26, 0, 23 और 5 रन की पारियां खेली थीं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ नायर लगातार संघर्ष करते हुए नजर आये। 6 पारियों में नायर ने मात्र 71 रन बनाये थे। लेकिन नायर की जगह पर रोहित शर्मा को टीम में शामिल किया गया है, जिससे चयन समिति पर सवाल उठाना लाजिमी है। जयंत यादव जयंत यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने बेहतरीन प्रदर्शन से क्रिकेट के दीवानों का ध्यान आकर्षित किया था। गेंदबाज़ी में उन्होंने टीम को नियमित अन्तराल पर विकेट दिलाये थे। वहीं बल्ले से भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था। चौथे मैच में उनके शतक के बदौलत टीम ने मेहमानों के खिलाफ बड़ा स्कोर बनाकर उन्हें दबाव में ले लिया था। इसके अलावा जयंत पुणे में हुए पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी टीम का हिस्सा रहे थे। लेकिन उसके बाद उन्हें तीनों मुकाबले से बाहर रखा गया क्योंकि टीम एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ लेकर उतरी थी। चौथे टेस्ट में कुलदीप यादव को उनकी जगह पर टीम में शामिल किया गया था। जहां कुलदीप ने खुद को साबित किया था। इसी प्रदर्शन के वजह से उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए भी चुना गया था। अमित मिश्रा अमित मिश्रा भारतीय टेस्ट टीम के साथ बीते 2 साल तक बने रहे थे, लेकिन उन्हें खेलने का मौका बहुत ही कम मिला। पिछली बार श्रीलंकाई दौरे पर गयी टीम में वह अंतिम 11 में भी रहे थे। इसके अलावा वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी खेले थे। साथ ही वह न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड सीरिज से पहले बांग्लादेश से हुए एक मात्र मैच में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। अमित मिश्रा का दुर्भाग्य ऐसा रहा है कि वह 15 मैचों में टीम का हिस्सा रहे हैं, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। क्योंकि इस दौरान अश्विन और जडेजा का प्रदर्शन शानदार रहा था। उसके बाद जयंत यादव और कुलदीप यादव के उदय ने मिश्रा के करियर पर विराम लगा दिया। जब दुर्भाग्यशाली खिलाड़ियों की बात होगी तो अमित मिश्रा का नाम सबसे ऊपर आएगा क्योंकि उनका प्रदर्शन मिले मौकों में शानदार रहा है। शिखर धवन शिखर धवन भारतीय टेस्ट टीम में खराब फॉर्म की वजह से अपना स्थान पक्का नहीं रख पाए हैं। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में चोटिल होने के बाद वह एक भी टेस्ट मैच नहीं खेले हैं। वहीं धवन के बाहर होने की वजह एक ये भी है कि मुरली विजय और केएल राहुल का प्रदर्शन शानदार रहा है। खासतौर पर विजय का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। हालांकि धवन ने चैंपियंस ट्राफी में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। जिसकी वजह से तीसरे सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर चयनकर्ता उन्हें टीम में चुन सकते थे। लेकिन चयनकर्ताओं ने अभिनव मुकुंद को टीम में बरकरार रखा है। लेखक-विग्नेश, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी