जयंत यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने बेहतरीन प्रदर्शन से क्रिकेट के दीवानों का ध्यान आकर्षित किया था। गेंदबाज़ी में उन्होंने टीम को नियमित अन्तराल पर विकेट दिलाये थे। वहीं बल्ले से भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था। चौथे मैच में उनके शतक के बदौलत टीम ने मेहमानों के खिलाफ बड़ा स्कोर बनाकर उन्हें दबाव में ले लिया था। इसके अलावा जयंत पुणे में हुए पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी टीम का हिस्सा रहे थे। लेकिन उसके बाद उन्हें तीनों मुकाबले से बाहर रखा गया क्योंकि टीम एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ लेकर उतरी थी। चौथे टेस्ट में कुलदीप यादव को उनकी जगह पर टीम में शामिल किया गया था। जहां कुलदीप ने खुद को साबित किया था। इसी प्रदर्शन के वजह से उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए भी चुना गया था।