अमित मिश्रा भारतीय टेस्ट टीम के साथ बीते 2 साल तक बने रहे थे, लेकिन उन्हें खेलने का मौका बहुत ही कम मिला। पिछली बार श्रीलंकाई दौरे पर गयी टीम में वह अंतिम 11 में भी रहे थे। इसके अलावा वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी खेले थे। साथ ही वह न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड सीरिज से पहले बांग्लादेश से हुए एक मात्र मैच में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। अमित मिश्रा का दुर्भाग्य ऐसा रहा है कि वह 15 मैचों में टीम का हिस्सा रहे हैं, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। क्योंकि इस दौरान अश्विन और जडेजा का प्रदर्शन शानदार रहा था। उसके बाद जयंत यादव और कुलदीप यादव के उदय ने मिश्रा के करियर पर विराम लगा दिया। जब दुर्भाग्यशाली खिलाड़ियों की बात होगी तो अमित मिश्रा का नाम सबसे ऊपर आएगा क्योंकि उनका प्रदर्शन मिले मौकों में शानदार रहा है।