श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने हाल ही में श्रीलंकाई टीम को ज़िम्बाब्वे के खिलाफ मिली वनडे सीरीज में हार का कारण युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बताया है। श्रीलंका ने पहली बार ज़िम्बाब्वे के खिलाफ घरेलू सीरीज गंवाई है, जिसका अहम कारण युवा खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन नहीं करना रहा। मुरलीधरन ने मिड-डे को बताया कि हम पहली बार ज़िम्बाब्वे के खिलाफ घरेलू सीरीज में हारे हैं। इसका मतलब हमारी टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हमारे पास प्रतिभाशाली ख़िलाड़ी है, लेकिन अनुभवी खिलाड़ियों ने लगातार अंतराल में संन्यास लिया है, इसलिए नए ख़िलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। श्रीलंकाई टीम फ़िलहाल अपने फेरबदल दौर से गुजर रही है। पिछले कुछ सालों से लगातार अंतराल में अनुभवी खिलाड़ियों का टीम से संन्यास लेना टीम के लिए नुकसानदायक रहा है। कुमार संगाकारा, महेला जयवर्धने जैसे महान खिलाड़ियों ने एक साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर से संन्यास लिया और उनके स्थान को प्रदर्शन के नजरिए से कोई भी ख़िलाड़ी भरता नजर नहीं आ रहा है। मुरलीधरन ने भारत और श्रीलंका के बीच चल रही सीरीज के बारे में कहा कि भारतीय टीम के पास श्रीलंका के खिलाफ अच्छा क्रिकेट खेलना का शानदार मौका है। मौजूदा टेस्ट में भारतीय टीम की पकड़ मजबूत है। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने अच्छा स्कोर बनाया है, जिससे वह मैच को जीतने के काफी करीब है। 45 वर्षीय मुरली ने भारत और श्रीलंका टेस्ट सीरीज में रविचंद्रन अश्विन को सीरीज का अहम और श्रीलंका के लिए सबसे खतरनाक ख़िलाड़ी बताया है। अश्विन के साथ जडेजा का होना टीम के लिए ज्यादा परेशानी खड़ी कर सकता है। भारत ने पहले टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। 300 से अधिक रनों की बढ़त के साथ भारत मैच को जीतने के ज्यादा करीब दिखाई दे रहा है। नई युवा श्रीलंकाई टीम के पास भारतीय टीम के सामने अच्छा प्रदर्शन करने का बेहतरीन मौका है। किसी भी टीम के लिए परिवर्तन का दौर सबसे मुश्किल होता है जिससे श्रीलंका अभी गुजर रही है।