कोलंबो में श्रीलंका और भारत के बीच खेले जा रहे सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में मेहमान टीम ने अपनी पकड़ मजबूत करली है। साथ ही श्रीलंका ने भी टीम इंडिया को फ़ॉलो-ओन के बाद खेलते हुए करारा जवाब दिया है। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक श्रीलंका का स्कोर 209/2 था। स्टंप्स के समय दिमुथ करुनारत्ने (92*) और मलिंदा पुष्पाकुमारा (2*) क्रीज़ पर जमे थे। इससे पहले कुसाल मेंडिस ने शानदार शतक जमाया। श्रीलंका को अभी पारी की हार से बचने के लिए 230 रनों की और ज़रुरत है। तीसरा दिन, पहला सत्र: टीम इंडिया के गेंदबाजों ने खतरनाक गेंदबाज़ी करते हुए मेजबानों को जमकर परेशान किया और मैच के तीसरे दिन के पहले सत्र में ही श्रीलंका को सस्ते में ही समेट दिया। श्रीलंका की पारी पहली पारी मात्र 183 रनों के स्कोर पर ही सिमट गई। श्रीलंका मेहमान भारत के स्कोर से अभी 439 रन पीछे हैं। श्रीलंका के लिए निरोशन डिकवेला (51) ने ही अपनी टीम के लिए सबसे अधिक रनों का योगदान दिया। दिलरुवन परेरा (25) और एंजेलो मैथ्यूज (26) ने भी अच्छा योगदान दिया। भारत की तरफ से रविचंद्रन अश्विन को 5 , मोहम्मद शमी को 2 , रविन्द्र जडेजा 2 और उमेश यादव को 1 विकेट हासिल हुआ। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका को फ़ॉलो-ओन दे दिया है। दूसरा सत्र: लंच के बाद श्रीलंका ने अपनी दूसरी पारी में खेलना शुरू किया। इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मेजबानों को फ़ॉलो-ओन खिलाने का फैसला किया था। चायकाल तक श्रीलंका का स्कोर 118/1 था। कुसाल मेंडिस (61*) और दिमुथ करुनारत्ने (55*) रन बनाकर क्रीज़ पर मौजूद थे। श्रीलंका को पहला झटका उपुल थरंगा (2) के रूप में लगा। उनको तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव ने बोल्ड कर वापस पवेलियन की राह दिखाई। उस समय श्रीलंका का स्कोर केवल 7 रन था। इसके बाद मेंडिस और करुनारत्ने ने श्रीलंकाई पारी को संभाला। दूसरे विकेट के लिए दोनों के बीच 111* रनों की अहम साझेदारी हो चुकी है। तीसरा सत्र: चायकाल के बाद श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने शानदार वापसी करते हुए संभल कर बल्लेबाजी की। आज के दिन का तीसरा सत्र पूरी तरह से श्रीलंका के नाम रहा। मेजबान टीम की तरफ से कुसाल मेंडिस (110) ने शानदार शतक जमाया तथा दिमुथ करुनारत्ने (92*) ने भी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली। अच्छी लय में बल्लेबाजी कर रहे मेंडिस को हार्दिक पांड्या ने अपना शिकार बनाया। दोनों के बीच दुसरे विकेट के लिए 191 रनों की साझेदारी हुई। तीसरे सत्र में भारतीय गेंदबाजों को सिर्फ एक ही विकेट हासिल हुआ।