भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला जीत कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। यह मैच भारतीय टीम के साथ साथ टीम के मुख्य स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन के लिए भी ख़ास रहा। अश्विन ने अपने टेस्ट करियर का 50वां मैच खेला। अश्विन ने श्रीलंका के खिलाफ अपने 50वें मैच की पहली पारी में 1 और दूसरी पारी में 3 विकेट लेकर टीम की जीत में योगदान दिया। मैच जीतने के बाद अश्विन ने अपने 50वें मैच को लेकर मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि वह टीम के लिए खेलना ज्यादा जरुरी समझते हैं और आंकड़ों पर ध्यान नहीं देते। यह गर्व की बात होती है कि कोई ख़िलाड़ी अपने देश के लिए 50 मैच खेलता है। मेरा बचपन से यही सपना रहा कि मैं अपने देश के लिए अच्छा क्रिकेट खेलूंगा और भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक ले जाऊँगा। मेरे लिए मेरी टीम सबसे पहले होती है। अश्विन ने आगे कहा, "निजी तौर पर मेरे खुद के लक्ष्य मायने नहीं रखते और न ही मैं आंकड़ों के बारे में ज्यादा सोचता हूँ। मैं अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूँ। हाँ मैं जानता हूँ कि इसके साथ साथ मैं अपने लिए भी उपलब्धियां हासिल करता हूँ, जो व्यक्तिगत तौर पर ख़ुशी की बात होती है।"
रविचंद्रन अश्विन ने साल 2011 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। श्रीलंका के खिलाफ अश्विन ने अपने करियर का 50वां मैच खेला और इसकी ख़ुशी उन्होंने ट्विटर के जरिए जाहिर की है। अश्विन ने ट्विटर पर फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, "यादगार टेस्ट, इसको हमेशा याद रखूँगा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि यहाँ तक पहुंचूंगा।" रविचंद्रन अश्विन ने भारत के लिए टेस्ट में अनेक रिकॉर्ड अपने नाम किये हैं। अश्विन ने 50 टेस्ट मैचों में 25.39 के औसत से 279 विकेट लिए है। हाल ही में वह दुनिया के सबसे तेज 250 विकेट लेने वाले ख़िलाड़ी भी बने थे, उन्होंने डेनिस लिली का यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। अश्विन के पास एक बार फिर से सबसे तेज 300 विकेट लेने का मौका है, उनको यह उपलब्धि 6 मैचों में 21 विकेट लेकर पूरी करनी है। अश्विन ने अपने आप को एशिया में सबसे बेहतरीन गेंदबाज साबित किया है लेकिन उनके सामने चुनौती एशिया के बाहर विकेट लेकर अपने आप को साबित करने की होगी। साल के अंत में यह देखना भी दिलचस्प रहेगा कि दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वह कैसे अपना कमाल दिखाते हैं।