श्रीलंकाई सपोर्ट स्टाफ ने पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले आखिरी टी20 मैच को लाहौर में खेलने पर सहमति जता दी है।श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच वनडे सीरीज के बाद होने वाली 3 मैचों की टी20 सीरीज के आखिरी मैच को लेकर श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने लाहौर जाने से मना करते हुए, श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड को पत्र भी लिखा था। लेकिन एक निजी स्पोर्ट्स वेबसाईट की रिपोर्ट्स के अनुसार श्रीलंका क्रिकेट टीम के सपोर्ट स्टाफ ने लाहौर में आखिरी टी20 मैच खेलने पर सहमति जताई है। सपोर्ट स्टाफ की सहमति के बाद कुछ श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने अपने फैसलों पर विचार विमर्श किया है। श्रीलंकाई टीम के सपोर्ट स्टाफ में शामिल पूर्व अंतरराष्ट्रीय ख़िलाड़ी और टीम में कोचिंग भूमिका में नजर आने वाले बल्लेबाजी कोच हशन तिलकरत्ने, गेंदबाजी कोच रमेश रत्नायाके, टीम मैनेजर अशंका गुरुसिन्हा और हेड कोच निक पोथास ने लाहौर जाने के लिए पाकिस्तान के मुख्य कोच मिकी ऑर्थर से बातचीत कर आखिरी टी20 मैच खेलने के लिए सहमति जताई है। सपोर्ट स्टाफ ने श्रीलंका क्रिकेट के सीईओ अशले डी सिल्वा को लिखते हुए लाहौर जाने की इच्छा प्रकट की है। सपोर्ट स्टाफ की सहमति से पहले श्रीलंका के खिलाड़ियों ने बोर्ड के अध्यक्ष को आखिरी मैच लाहौर से शिफ्ट कराने के लिए पत्र लिखा था और वहां जाने पर अपनी असहमति जताई थी। लेकिन आईसीसी ने सभी सुरक्षा इंतजाम को देखते हुए इस मैच के लिए श्रीलंका बोर्ड को हरी झंडी दे दी है। पाकिस्तान बोर्ड ने भी खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर सभी इंतजामात अच्छे से और श्रीलंका क्रिकेट को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसको लेकर आश्वासन दिया है। दरअसल साल 2009 में पाकिस्तान दौरे पर श्रीलंकाई टीम पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसके कारण पिछले कई सालों से पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला गया लेकिन हाल ही में विश्व एकादश टीम ने पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी को लेकर 3 टी20 मैचों की सीरीज खेली थी, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुसार सफल रही। पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को वापस लाने के लिए श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच भी एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन लाहौर में किया गया, जिसको लेकर श्रीलंकाई खिलाड़ियों असहमति जताई थी और स्थान बदलने के लिए श्रीलंका बोर्ड को पत्र लिखा लेकिन अब श्रीलंकाई सपोर्ट स्टाफ की सहमती के बाद इस चर्चा पर फैसला आना बाकी रह गया है।