पूर्व भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष एन श्रीनिवासन जब बोर्ड की एसजीएम में हिस्सा लेने गए तो एक सवाल पर भड़क गए। श्रीनिवासन से एक पत्रकार ने पूछा कि किस हैसियत से वो एसजीएम में आए हैं तो उल्टा उन्होंने सवाल दाग दिया, 'तुम कहां से आए हो, किस चैनल से हो।' श्रीनिवासन के चेहरे पर स्पष्ट दिख रहा था कि वो इस सवाल से खुश नहीं थे, इसी वजह से उन्हें गुस्सा आ गया। बता दें कि श्रीनिवासन तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) के प्रतिनिधि के रूप में एसजीएम में शामिल हुए थे। हालांकि, लोढ़ा पैनल की सिफारिशों के मुताबिक वो टीएनसीए या बीसीसीआई के पदाधिकारी बनने के अयोग्य हैं। श्रीनिवासन ने आगे कहा कहा, 'बधाई देता हूं, तुमने मुझे चुप करा दिया।' जब पत्रकार ने वही सवाल दोहराया तो पूर्व आईसीसी प्रमुख ने कहा, 'पहले अपनी हैसियत बनाओ कि मुझसे सवाल कर सको।' श्रीनिवासन ने कई सवालों के जवाब नहीं दिए। उन्होंने कहा कि वह' 'बीसीसीआई बैठक के बाद खुश है। सब कुछ सर्वसम्मति से हुआ।' टीएनसीए कार्यकारी समिति ने श्रीनिवासन को बैठक के लिये अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया था। याद हो कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन अगले सप्ताह होने वाली आईसीसी की बैठक में बोर्ड का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें पहले ही हितों के टकराव का दोषी पाया जा चुका है। शीर्ष अदालत ने बोर्ड के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी को 24 को होने वाली अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की बैठक में बोर्ड का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति दे दी है। न्यायालय ने निर्देश दिया कि उनके साथ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी भी जाएंगे। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति धनंजय वाई चंद्रचूड की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने कहा कि चूंकि श्रीनिवासन को शीर्ष अदालत हितों के टकराव का दोषी ठहरा चुकी है, इसलिए उन्हें आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करने की इजाजत नहीं दी जा सकती। 24 अप्रैल को आईसीसी की मीटिंग में क्या बीसीसीआई की ओर से कोई अयोग्य व्यक्ति भाग ले सकता है या नहीं, सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रहा था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सवाल उठाया था कि जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक बोर्ड और राज्य संघ के पदाधिकारी नहीं हो सकते वो क्या आईसीसी जा सकते हैं।