ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को चोटिल होने का खतरा होने के बावजूद टीम में शामिल किया है। मेडिकल टेस्ट में सामने आया है कि स्टार्क के खेलने की दिशा में उनके चोटिल होने की संभावना रहेगी। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों के मैनेजमेंट को लेकर हो रही आलोचनाओं का जवाब देते हुए कोच डेरेन लेहमन के साथ फिजिओ डेविड बीकली, स्ट्रेंथ व कन्डीशनिंग कोच आरोन केलेट और डॉक्टर पीटर ब्रूकनर आदि ने तेज गेंदबाजों पर काम का बोझ अधिक होने की बात कही। बीकली ने पर्थ में स्टार्क के खेलने से पहले ठीक हुई पैर की चोट के बारे में कहा "उनके खेलने का फैसला क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को लेना था। स्टार्क को फिट करने के लिए मेडिकल टीम छ्ह महीने से काम कर रही थी और पर्थ टेस्ट मैच खेलने से पहले स्टार्क को अभ्यास के लिए महज दो सप्ताह का समय मिला।" ऑस्ट्रेलिया के कोच डैरेन लहमेन ने कहा “चोट का खतरा होने के बावजूद स्टार्क पर्थ में खेले और अब होबार्ट में भी खेलेंगे। बैक इंजरी के कारण दूसरे टेस्ट से पीटर सिडल के बाहर हो जाने के बाद यह हमारे लिए यह एक जुआ है।“ लेहमन ने कहा "हम फाइनल निर्णय सबसे अंत में टीम चुनते वक्त लेते हैं। जो भी फैसला होता है वो खिलाड़ी की फिटनेस से जुड़ी समस्त जानकारी रखते हुए लेते हैं। हमने एक बेहतरीन टीम चुनने का प्रयास किया है जो हम हमेशा करते हैं।" स्टार्क के बारे में बात करते हुए लेहमन ने कहा “वे मेडिकल स्टाफ के साथ ये सुनिश्चित करने के लिए बहुत सावधानी से काम कर रहे थे कि न्यूनतम चोट उन्हें अपना कौशल इस्तेमाल करने से न रोकें।“ आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच पर्थ क्रिकेट मैदान पर खेला गया था। इस मैच को दक्षिण अफ्रीका ने 177 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है।