आईपीएल 2018 की नीलामी किसी बॉलीवुड फ़िल्म के मसाले से कम नहीं थी, इस ख़रीद-फ़रोख़्त के दौरान कई ड्रामा और एक्शन देखने को मिला। ये पूरी प्रकिया काफ़ी रोमांचक रही। क्रिकेट फ़ैस को ये जानने का मौक़ा मिला कि एक टीम के मालिक के दिमाग़ में क्या चलता है जब वो टीम बना रहे होते हैं। देखा जाए तो चेन्नई सुपर किंग्स ने इस नीलामी के दौरान काफ़ी क़िफायती दाम पर फ़ॉफ़ डू प्लेसी, मिचेल सैंटनर और इमरान ताहिर जैसे स्टार ख़िलाड़ियों को ख़रीद लिया। दूसरी तरफ़ अगर कोलकाता नाइट राइडर्स टीम की बात करें तो उन्होंने सबसे कम खिलाड़ियों को ख़रीदा है, वो भी बेहद ज़्यादा क़ीमत चुका कर। केकेआर टीम में इस वक़्त 19 खिलाड़ी ही शामिल हो पाए हैं। इस साल की नीलामी के दौरान टीम के मालिकों ने कुछ ऐसे फ़ैसले लिए हैं जो कई क्रिकेट फ़ैस को हैरान करने वाले हैं। अगर न बिकने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट देखी जाए तो ये समझना मुश्किल हो जाएगा कि टीम मैनेजमेंट ने क्या सोचकर इनको नहीं ख़रीदा है। यहां हम उन 5 बड़े खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें शोहरत तो ख़ूब हासिल है लेकिन वो आईपीएल 2018 की शोभा नहीं बढ़ा पाएंगे। इस लिस्ट में वो खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने टीम को कई मौक़ों पर जीत दिलाई है।
#5 मार्टिन गप्टिल
मार्टिन गप्टिल जब बल्लेबाज़ी करने पिच पर आते हैं दुनिया की किसी भी टीम के गेंदबाज़ के दिलों में ख़ौफ़ पैदा हो जाता है। वो न्यूज़ालैंड टीम में टॉप आर्डर में बल्लेबाज़ी करते हैं. ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उन्होंने एक मैच में महज़ 54 गेंदों 105 रन बनाए थे। इस मैच बाद वो टी-20 में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। टी-20 करियर में उन्होंने 16 बार 50 से ज़्यादा रन बनाए हैं। उनसे आगे सिर्फ़ विराट कोहली ही हैं जिन्होंने 18 दफ़ा 50 से ज़्यादा रनों की पारी खेली है। वो कीवी टीम के बेहद हम खिलाड़ी है, वो जब भी टीम में होते हैं तो न्यूज़ीलैंड की मैच या सीरीज़ जीतने की उम्मीद काफ़ी बढ़ जाती है।
#4 सैमुअल बद्री
मौजूदा दौर में त्रिनिदाद के लेग स्पिनर को टी-20 के सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ों में शामिल किया जाता है। ये अनुभवी खिलाड़ी फ़िलहाल आईसीसी रैंकिंग में 5वें स्थान पर हैं। वो हर साल अपना ज़्यादातर वक़्त विश्व के कई देशों में टी-20 लीग टूर्नामेंट खेलकर बिताते हैं। वो आईपीएल की आरसीबी टीम के लिए भी खेल चुके। मुंबई टीम के ख़िलाफ़ उनका प्रदर्शन हर किसी को याद होगा, जब उन्होंने हैट्रिक लेकर 3 टॉप आर्डर बल्लेबाज़ों को पवेलियन वापस भेज दिया था। बद्री ऐसे लेग स्पिनर हैं जो पावर प्ले में भी गेंदबाज़ी करने से गुरेज़ नहीं करते और आगे बढ़कर विकेट निकालने में माहिर हैं।
#3 मिचेल मैकलेनाघन
साल 2017 के आईपीएल सीज़न में मुंबई टीम की तरफ़ से खेलते हुए मिचेल मैकलेनाघन ने 14 मैच में 19 विकेट हासिल किए हैं। ऐसे में मुंबई इंडियंस के फ़ैंस को ये समझ नहीं आ रहा है कि टीम मैनेजमेंट ने मिचेल को दोबारा मौक़ा क्यों नहीं दिया, जबकि उन्होंने काफ़ी ज़्यादा विकेट लिए थे। मिचेल ने पिछले 3 सीज़न से मुंबई इंडियंस के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए 54 विकेट हासिल किए थे। वो मुंबई टीम के अहम गेंदबाज़ बन चुके थे, उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत इस टीम ने 2 बार आईपीएल ट्रॉफ़ी पर कब्ज़ा जमाया था। वो जिस टीम में भी जाते उसकी मज़बूती बन जाते, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका।
#2 हाशिम अमला
साल 2016 में हाशिम अमला को शॉन मार्श की जगह आईपीएल में पहली बार मौक़ा मिला था। किंग्स इलेवन पंजाब टीम ने उन्हें ख़रीदा था। हाशिम को हमेशा लंबे फ़ॉर्मेट का खिलाड़ी माना जाता था, लेकिन बाद में उन्होंने इस मिथक को तोड़ डाला। अमला ने पिछले 2 आईपीएल सीज़न के 16 मैच में 577 रन बनाए थे, जिसमें 2 शतक और 3 अर्धशतक शामिल थे। इस दौरान उनका औसत 44.38 था। इस तरह उन्होंने अपने सारे आचोलकों का मुंह बन कर दिया था। दक्षिण अफ़्रीका के इस बल्लेबाज़ ने कैरिबियन प्रीमियर लीग में शानदार खेल दिखाते हुए 126.54 की औसत से रन बनाए थे। इस वक़्त अमला आईसीसी टी-20 रैंकिंग में 10 स्थान पर बरक़रार हैं।
#1 ईश सोढ़ी
न्यूज़ीलैंड टीम के ईश सोढ़ी आईसीसी टी-20 रैंकिंग में तीसरे नंबर के गेंदबाज़ हैं। वो अपनी टीम की जान बन गए हैं। वो विकेट निकालने में बेहद माहिर हैं। उनका इकॉनमी रेट काफ़ी अच्छा है। आईपीएल 2018 की नीलामी के दौरान उनकी बेस प्राइस 50 लाख रुपये रखी गई थी, क्योंकि नीलामी के वक़्त वो आईसीसी रैंकिंग में टॉप पर काबिज़ थे। बिग बैश लीग में उन्होंने एडिलेड स्ट्राइकर्स टीम की तरफ़ से खेलते हुए उन्होंने 3.3 ओवर में 11 रन देकर 6 विकेट हासिल किए थे और अपनी टीम को जीत दिलाई थी। लेखक- ईशान कैकर अनुवादक- शारिक़ुल होदा