उन गेंदबाज़ों पर एक नज़र जिन्होंने सबसे ज़्यादा बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है

सदियों पुराने खेल क्रिकेट के इतिहास में कई सूरमाओं ने अपना योगदान दिया है। इस खेल की शुरुआत सबसे लंबे फ़ॉर्मेट से हुई थी, जिसे टेस्ट क्रिकेट का नाम दिया गया था। इसके बाद वनडे और फिर टी-20 का दौर आया। सर डॉन ब्रैडमैन के शानादर 99.94 के औसत से लेकर मुथैया मुरलीधरन के 1347 विकेट तक हमने कई बेहतरीन रिकॉर्ड बनते और टूटते देखे हैं। कुछ रिकॉर्ड ऐसे हैं जो 21वीं सदी में शायद ही टूट पाएं, लेकिन क्रिकेट का सफ़र बादस्तूर जारी रहेगा। अभी तक आप क्रिकेट के कई आंकड़ों से रू-ब-रू हुए होंगे, जैसे सबसे ज़्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड, सबसे ज़्यादा रन बनाने का कीर्तिमान। इससे परे एक ऐसा भी रिकॉर्ड है जिस पर काफ़ी कम लोगों का ध्यान जाता है, वो है सबसे ज़्यादा बल्लेबाज़ों को शून्य (डक) पर आउट किया है। ये ज़रूरी नहीं है कि क्रिकेट इतिहास में जिस गेंदबाज़ ने सबसे ज़्यादा विकेट लिया हो उसने सबसे ज़्यादा बार बल्लेबाज़ों को डक आउट भी किया हो। हम यहां उन गेंदबाज़ों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिनकी गेंद पर सबसे ज़्यादा बार बल्लेबाज़ शून्य पर पवेलियन वापस लौटे हैं। डेल स्टेन – 144 डक डेल स्टेन किसी तार्रुफ़ के मोहताज नहीं है, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी एंट्री धमाकेदार अंदाज़ में हुई थी। साल 2005-06 में वो काफ़ी उम्दा गेंदबाज़ बहन चुके थे। स्टेन दोनों तरह से स्विंग गेंदबाज़ी करने की क़ाबिलियत रखते हैं। वो टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज़ विकेट लेने वाले दक्षिण अफ़्रीकी खिलाड़ी हैं। उन्होंने टेस्ट मैच 419, वनडे में 158 और टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 58 विकेट हासिल किए हैं। डेल स्टेन ने तीनों फ़ॉर्मेट में 114 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है टेस्ट: 79 वनडे: 26 टी-20 अंतरराष्ट्रीय: 09ब्रेट ली – 120 डक ब्रेट ली की बारे में कहा जाता था कि वो हमेशा उड़कर गेंदबाज़ी करते थे। उनका एक्शन कमाल का था और वो किसी भी बल्लेबाज़ को मुश्किल में डाल सकते थे। उन्होंने भारत के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था और 7 विकेट हासिल किए थे। जब तक वो कंगारू टीम में रहे उनका जलवा कायम रहा। वो ऑस्ट्रेलिया की जीत में कई बार साझेदार बने हैं। इस तेज़ गेंदबाज़ ने वनडे और टेस्ट दोनों में 300 से ज़्यादा विकेट हासिल किए हैं। तीनों फ़ॉर्मेट में उन्होंने 120 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है टेस्ट: 44 वनडे: 70 टी-20 अंतरराष्ट्रीय: 06 जेम्स एंडरसन-127 डक हाल में ही इस खिलाड़ी ने टेस्ट में 500 विकेट के आंकड़े को पार किया है। उन्हें स्विंग गेंदबाज़ी का मास्टर कहा जाता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 827 विकेट हासिल किए हैं, वो विश्व के 7वें सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। अगर वो 2 विकेट और हासिल करते हैं तो वो छठे स्थान पर पहुंच जाएंगे। तीनों फ़ॉर्मेट में उन्होंने 127 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है टेस्ट: 83 वनडे: 42 टी-20 अंतरराष्ट्रीय: 02 शेन वॉर्न -132 डक वॉर्न के क़हर से हर कोई वाक़िफ़ है, उनके अंदर विकेट लेने की ज़बरदस्त भूख थी। वो 20वीं सदी के महानतम क्रिकेटर्स में से एक थे। उन्होंने माइक गेटिंग को एक शानदार गेंद फेंकी थी उसे “बॉल ऑफ़ द सेंचुरी” का ख़िताब दिया गया था। वो विपक्षी गेंदबाज़ के लिए किसी काल से कम नहीं थे। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1001 विकेट हासिल किए थे। तीनों फ़ॉर्मेट में उन्होंने 132 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है Test: 102 ODI: 30 शॉन पोलॉक -143 डक ये प्रोटियास टीम की ख़ुशकिस्तमी थी कि उन्हें शॉन पोलॉक जैसा गेंदबाज़ मिला था। वो एक हरफ़नमौला खिलाड़ी थे जो बॉलिंग के साथ, बैटिंग और फ़ील्डिंग में भी माहिर थे। वो सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में टॉप 10 में हैं और टेस्ट और वनडे मिलाकर उन्होंने 3500 से ज़्यादा रन भी बनाए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 829 विकेट हासिल किए हैं। तीनों फ़ॉर्मेट में उन्होंने 143 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है Test: 71 वनडे: 68 टी-20 अंतरराष्ट्रीय: 04 चामिंडा वास -147 डक चामिंडा वास क्रिकेट के उन शांत सूरमाओं में से थे जो बोलते कम थे और करते ज़्यादा थे। वो श्रीलंका के सबसे बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ों में से एक थे। 15 साल के करियर में उन्होंने अपनी टीम के लिए काफ़ी योगदान दिया है। वनडे और टेस्ट मिलाकर उन्होंने 2000 से ज़्यादा रन भी बनाए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 761 विकेट हासिल किए हैं। वो नई पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा हैं। तीनों फ़ॉर्मेट में उन्होंने 147 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है टेस्ट: 68 वनडे: 76 टी-20 अंतरराष्ट्रीय: 03 वक़ार यूनिस -148 डक वक़ार यूनिस पाकिस्तान टीम के अहम गेंदबाज़ रहे हैं और अपनी गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। वसीम अकरम के साथ मिलकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना ख़ौफ़ पैदा कर दिया था। वो हर मौके पर घातक गेंदबाज़ी करना पसंद करते थे। ज़्यादातर बल्लेबाज़ वक़ार की गेंद का सामना करने से हिचकिचाते थे। वो 1990 के दशक के बेहतरीन गेंदबाज़ थे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 789 विकेट हासिल किया है। तीनों फ़ॉर्मेट में उन्होंने 148 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है टेस्ट: 76 वनडे: 72मुथैया मुरलीधरन- 159 डक श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन को स्पिन गेंदबाज़ी का बादशाह कहा जाता था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मुरली से बेहतर गेंदबाज़ शायद है सामने आया हो। उनकी गेंद को खेल पाना किसी भी बल्लेबाज़ के लिए आसान नहीं था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 1347 विकेट हासिल किए हैं, उनका रिकॉर्ड चट्टान की तरह है, जिसके आस-पास पहुंचना मुश्किल है। तीनों फ़ॉर्मेट में उन्होंने 158 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है टेस्ट: 102 वनडे: 56 टी-20 अंतरराष्ट्रीय: 01 ग्लेन मैक्ग्रा -176 डक लंबे कद के क़ाबिल खिलाड़ी ग्लेन मैक्ग्रा का जलवा किसी से छिपा नहीं है। ये बताने की ज़रूरत नहीं कि वो हैं कौन। वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले तेज़ गेंदबाज़ हैं। वो ऑस्ट्रेलियाई टीम के अहम खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने कंगारू टीम को अकेले अपने दम पर कई मैच जिताए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 949 विकेट हासिल किए हैं। तीनों फ़ॉर्मेट में उन्होंने 176 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है टेस्ट: 104 वनडे: 71 टी-20 अंतरराष्ट्रीय: 01 वसीम अकरम -189 डक विश्व क्रिकेट में वसीम अकरम को स्विंग का बादशाह कहा जाता है। अगर मैक्ग्रा को दाएं हाथ का सबसे बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ कहा जाता है, तो बाएं हाथ के सबसे क़ाबिल गेंदबाज़ों में वसीम अकरम को गिना जाता है। उनकी गेंद को समझ पाना किसी भी विपक्षी बल्लेबाज़ के लिए आसान नहीं होता था। अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने 916 विकेट हासिल किए हैं। तीनों फ़ॉर्मेट में उन्होंने 189 बार बल्लेबाज़ों को शून्य पर आउट किया है टेस्ट: 79 वनडे: 110 लेखक- दिब्यदर्शन पाती अनुवादक- शारिक़ुल होदा

Edited by Staff Editor
App download animated image Get the free App now