पांचवें विकेट के लिए - वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ - 376
एक ना भूलने वाली साझेदारी। कोलकाता में लक्ष्मण-द्रविड़ की मैराथन साझेदारी ने अगले कुछ दशकों के लिए भारतीय क्रिकेट को परिभाषित कर दिया था और उस फाइटिंग स्प्रिट के साथ भारत का सफर अगले दो साल में नेटवेस्ट सीरीज जीत, चैंपियंस ट्रॉफी सीरीज जीत और 2003 विश्व कप उपविजेता तक जारी रही। वापस आते हैं उसी मैच पर जब आधा मैच अपनी मुठ्ठी में कर चुके ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने टेस्ट मैच की दूसरी पारी की शुरुआत कर दी थी। जहां पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 445 रनों का विशाल स्कोर बनाया था तो वहीं उन्होंने भारतीय टीम को 171 रनों पर समेट दिया था। लक्ष्मण जिन्होंने पहली पारी में सर्वाधिक स्कोर बनाये थे, उन्होंने दूसरी पारी में शानदार स्ट्रोक्स से क्रीज पर अपने पैर जमा लिए, वहीं दूसरी ओर राहुल द्रविड़ जो खराब फॉर्म से जूझ रहे थे उन्होंने 180 रनों की बेहतरीन पारी खेलकर मैच का रुख पूरी तरह से पलट दिया। कहते हैं क्रिकेट अनिश्चितिताओं का खेल है और फिर वह हुआ जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी भारत को फॉलोऑन देने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया यह जीता हुआ मैच हार गया।