मार्कस स्टोइनिस ने जीवन की बेहतरीन पारी खेलते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ सम्पन्न हुए पहले वन-डे में कंगारू टीम को अकेले जीत के करीब लेकर गए। बता दें कि चैपल-हैडली सीरीज का यह पहला मैच न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में खेला गया था। उनके 146 रनों की शानदार पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया लक्ष्य के करीब पहुंचकर 6 रन पीछे रह गया। इस युवा बल्लेबाज ने 11वें नंबर के खिलाड़ी जोश हेजलवुड के साथ मिलकर 50 रनों की साझेदारी की और अकेले दम पर सभी रन बनाए। इस दौरान हेजलवुड को उन्होंने एक बार भी स्ट्राइक नहीं दी। स्टोइनिस और ऑस्ट्रेलिया का दुर्भाग्य यह रहा कि हेजलवुड रन-आउट हो गए। वे एक वन-डे मैच में शतक और 3 विकेट लेने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बन गए हैं। पहले एकदिवसीय में 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए स्टोइनिस की 146 रनों की पारी लक्ष्य का पीछा करते हुए किसी भी बल्लेबाज की अब तक की दूसरी श्रेष्ठ पारी है। उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह को इस मामले में पीछे छोड़ा। माही ने 2007 में अफ्रीका एकादश के खिलाफ 139 रनों की नाबाद पारी खेली थी। सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते उच्च स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज इस प्रकार हैं।
खिलाड़ी | स्कोर | टीम | विपक्षी टीम | वर्ष |
ल्यूक रोंकी | 170* | न्यूजीलैंड | श्रीलंका | 2015 |
मार्कस स्टोइनिक | 146* | ऑस्ट्रेलिया | न्यूजीलैंड | 2017 |
एम एस धोनी | 139* | एशिया एकादश | अफ्रीका एकादश | 2007 |
शॉन पोलक | 130 | अफ्रीका एकादश | एशिया एकादश | 2007 |
जोस बटलर | 121 | इंग्लैंड | श्रीलंका | 2014 |
इससे पहले कीवी टीम ने 286 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। इसमें उनके बल्लेबाज नील ब्रूम और मार्टिन गप्टिल ने शानदार शतक जड़े। जवाब में बल्लेबाजी करने उयात्री कंगारू टीम को मेजबान गेंदबाजों के सामने रनों के लिए मोहताज होना पड़ा। एक समय उनके 6 बल्लेबाज मात्र 67 रनों के स्कोर पर पवेलियन लौट गए लेकिन सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए स्टोइनिस ने इतिहास रचते हुए अपनी टीम को लगभग मैच जितवा दिया था। उन्हें इस मैच का श्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुना गया।