तिहरा शतक बनाने के बाद अगले ही मैच में ड्रॉप होने वाले बल्लेबाज

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भारत और बांग्लादेश के बीच हैदराबाद में हुए एकमात्र टेस्ट में टॉस के समय क्रिकेट फैंस को विराट कोहली द्वारा टीम की घोषणा करने का इंतजार था। मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कोहली ने इस फैसले की पुष्टि नहीं की थी। जब कोहली से सीधे पुछा गया कि पांचवें क्रम पर कौन बल्लेबाजी करेगा तो भारतीय कप्तान ने सीधे जवाब नहीं दिया और कहा कि रहाणे फिट हैं और ऐसे में उन्हें बाहर बैठाना हमारे लिए उपयुक्त विकल्प नहीं होगा। ऐसे में करुण नायर को बाहर बैठाना हमारी मजबूरी हो सकती है। टॉस के समय भारतीय टीम प्रबंधन ने फैसला किया कि रहाणे की टीम में वापसी होगी और नायर उनके लिए जगह बनाएंगे। इस फैसले के बाद कर्नाटक के बल्लेबाज एक विशेष सूची में शामिल हो गए, जिसके मुताबिक पिछले टेस्ट में तिहरा शतक बनाने के बावजूद अगले टेस्ट में बल्लेबाज को मौका नहीं दिया गया हो।


सर लेन हटन

20वीं शताब्दी के महान खिलाड़ियों में से एक सर लेन हटन उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हें तिहरा शतक बनाने के बाद अगले मैच में टीम में शामिल नहीं किया गया। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 1938 एशेज सीरीज के पांचवें व अंतिम टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द ओवल में 364 रन की बेहतरीन पारी खेली थी, जिसकी मदद से मेजबान टीम ने स्कोरबोर्ड पर 903 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। इसके बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के चलते इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को दोनों पारियों में सस्ते में समेटकर मैच एक पारी और 579 रन के विशाल अंतर से जीता। उसी गर्मी में इंग्लैंड ने फिर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया। अभ्यास मैच खेलते हुए हटन तेज गेंदबाज की गेंद पर चोटिल हो गए, जिसकी वजह से उन्हें अगले टेस्ट से बाहर होना पड़ा। हटन ने उस सीरीज में दो शतक ठोंके और यह सीरीज इंग्लैंड ने 1-0 के अंतर से जीती। इंज़माम उल हक

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महान बल्लेबाज और 1990 से 2000 के बीच पाकिस्तान की बल्लेबाजी क्रम की जान रहे इंज़माम उल हक अपने साथियों में सबसे अलग खिलाड़ी थे। मोटे शरीर वाले इंज़माम च्युइंगम चबाते हुए क्रीज पर घंटो डटे रहते थे। वह काफी आलसी बल्लेबाज कहलाते थे, लेकिन उनके जैसे गेंद को देरी से खेलने की कला कम ही लोगों को आती थी। मगर जब वह गेंदबाजों पर आक्रमण करने का फैसला कर ले तो फिर उन्हें रोकना किसी भी गेंदबाज के लिए आसान नहीं होता था। 2002 में गदाफ्फी स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ इंजी अलग ही रंग में नजर आ रही थे। उन्होंने कीवी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 329 रन की मैराथन पारी खेली। इंजी की पारी की बदौलत पाकिस्तान ने 643 रन का विशाल स्कोर बनाया। पाकिस्तान ने यह मुकाबला एक पारी और 324 रन के अंतर से जीता। इंजमाम की पारी की ख़ास बात यह रही कि उन्होंने 436 गेंदों में 75 के स्ट्राइक रेट से यह रन बनाए जो उस समय टेस्ट क्रिकेट में आमतौर पर नहीं देखने को मिलता था। हालांकि, पाकिस्तान को अगला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना था, जिसमें इंजी खेलते हुए नजर नहीं आए क्योंकि उन्हें एड़ी की सर्जरी कराना पड़ी थी। इंजमाम की गैरमौजूदगी का पाकिस्तान को बहुत नुकसान हुआ और वह 41 रन से मैच हार गई। एंडी सैंडहैम

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इंग्लैंड के ओपनर एंडी सैंडहैम को सबसे बड़ा झटका सहना पड़ा क्योंकि उन्हें बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद अगले मैच में खेलने का मौका नहीं मिला। वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगुआ में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में एंडी ने 325 रन की शानदार पारी खेली जो कि टेस्ट मैच में उनका पहला तिहरा शतक भी रहा। उनकी टीम 849 रन पर ऑलआउट हुई। इसके बाद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने मेजबान टीम को 286 रन पर ऑलआउट कर दिया। इंग्लैंड ने दूसरी पारी खेलते हुए वेस्टइंडीज के सामने 836 रन का लक्ष्य रखा। मेजबान टीम ने पहली पारी की तुलना में शानदार प्रदर्शन किया और अंतिम पारी में 5 विकेट के नुकसान पर 408 रन बनाए। मैच में कुल 375 रन बनाने वाले एंडी को इंग्लैंड की तरफ से दोबारा कभी खेलने का मौका नहीं मिला। वह इस टेस्ट को हमेशा भूलना चाहेंगे क्योंकि इसे याद करके उनके दुखों में इजाफा ही होता होगा। करुण नायर karun-1483964580-800 इंग्लैंड के खिलाफ पिछले वर्ष पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के अंतिम दो मुकाबलों में अजिंक्य रहाणे को चोटिल होने की वजह से बाहर होना पड़ा। उनकी जगह मध्यक्रम की जिम्मेदारी युवा करुण नायर के कंधों पर सौंपी गई। वानखेड़े स्टेडियम में सफल नहीं होने के बाद दाएं हाथ के बल्लेबाज ने चेन्नई में जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए तिहरा शतक जड़ दिया। यह पारी देखने में काफी रोचक लगी। इस पारी के बाद नायर को भारत का नया स्टार माना जाने लगा। हालांकि, शानदार पारी खेलने के बावजूद नायर को बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में मौका नहीं मिला क्योंकि रहाणे चोट से उबरकर टीम में वापसी कर रहे थे। इसके बाद नायर इस विशेष सूची में शामिल होने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए।