न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket Team) के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) ने भारतीय टीम (Indian Cricket Team) में सुधार के लिए कई अहम सलाह दी है। उन्होंने बताया कि भारतीय टीम को दबाव से निपटने के लिए क्या करना होगा। फ्लेमिंग के मुताबिक टीम को कुछ ऐसे प्लेयर्स को अंदर लाना होगा जो प्रेशर हैंडल करने में माहिर हों। इसके लिए मैनेजमेंट को साहसिक फैसले लेने होंगे।
भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड कप का एक और सफर निराशा के साथ खत्म हो गया। एक बार फिर नॉकआउट का दबाव टीम इंडिया झेल नहीं पाई और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। नॉकआउट मुकाबलों में टीम को बार-बार हार मिल रही है। इससे पता चलता है कि दबाव पड़ने पर ये टीम पूरी तरह से बिखर जाती है। 2014 से लेकर अभी तक ये सिलसिला चलता आ रहा है। टीम सेमीफाइनल या फाइनल में आकर हार जाती है।
ऐसे प्लेयर्स को टीम में लाना होगा जो रिस्क उठा सकें - स्टीफन फ्लेमिंग
स्टीफन फ्लेमिंग के मुताबिक टीम इंडिया को अपने सेलेक्शन में ऐसे फैसले करने होंगे जो काफी साहसिक हों। टीम को सही एप्रोच अपनाना होगा। ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
आपको अपने सेलेक्शन में रिस्क लेना होगा। जो खिलाड़ी रिस्क ले सकें और बाकी प्लेयर्स से दबाव हटा सकें, ऐसे खिलाड़ियों को टीम में लाना होगा। शायद इसके लिए आपको अपनी टीम पूरी तरह से चेंज करनी पड़े। अगर इंग्लैंड जीत हासिल करती है तो ये एक बड़ा उदाहरण होगा कि किस तरह उन्होंने अपने गेम में बदलाव करके सफलता हासिल की। टैलेंट की कोई कमी नहीं है। बस सही प्लेयर्स को सही जगह पर रखने और बेहतर एप्रोच की जरूरत है। कई टीमें ऐसी हैं जो सिर्फ इस वजह से पीछे रह जाती हैं क्योंकि वो ज्यादा रिस्क नहीं ले रही हैं, जबकि ये गेम अब कहीं ज्यादा इससे आगे बढ़ चुका है।