बल्ले से भले ही विराट कोहली के लिए यह मौजूदा टेस्ट सीरीज अच्छी नहीं रही हो लेकिन वे पूरी सीरीज में अब तक सुर्ख़ियों में बने रहे हैं। कप्तानी में उनकी रणनीति कई बार साफ़ तौर पर लोगों ने पसंद की है। विवादों और मौखिक वार्तालाप के बावजूद संकट में फंसी उनकी टीम बाहर निकलने में कामयाब रही है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने कोहली का मजाक बनाया हो लेकिन पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने उनकी तारीफ़ की है। उन्होंने कहा कि कोहली में उन्हें खुद और रिकी पोंटिंग की छवि नजर आती है। उनके शब्दों में "शायद उनकी कप्तानी में मेरे और रिकी पोंटिंग के तत्व नजर आते हैं लेकिन उनके अन्दर खुद का आदमी है।" ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुणे में खेले गए पहले टेस्ट में जीत का सिलसिला टूटने से पहले कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने 19 मैचों में से एक भी नहीं हारा था। महेंद्र सिंह धोनी और सौरव गांगुली के बाद वे भारत के तीसरे श्रेष्ठ कप्तान बने गए। 23 मैचों में कप्तानी के बाद कोहली कोहली ने सबसे अधिक मैचों में जीत का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर चुके हैं, इसमें उनसे आगे सिर्फ स्टीव वॉ हैं। कोहली ने सुनील गावस्कर (18) को भी पीछे छोड़ दिया था। जहां वॉ और पोंटिंग की व्यक्तिगत शैली अलग थी, वहीँ मैदान पर उनका आक्रामक रवैया एक जैसा था। यही तत्व भारतीय कप्तान विराट कोहली में भी नजर आते हैं। वॉ ने साफ़ कहा कि भारतीय कप्तान का आक्रामक रवैया उनकी फ़ौज को उनकी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करने के लिए तैयार करता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कप्तान को सकारात्मकता के साथ जाना होता है, जो कप्तानी का मुख्य अवयव है। पोंटिंग का कड़ा रवैया उन्हें बैट और पैड के सामने भी फील्डिंग करने में सहायक होता था। यही चीजें वॉ ने कोहली में पाई है। उन्होंने भारतीय कप्तान को नया चेहरा कहा और यही रवैया आगे लेकर जाने की सलाह भी दी।