ग्लोबल टी20 कनाडा टूर्नामेंट से वापसी कर रहे पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने बॉल टैंपरिंग के दौरान हुई घटनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि उस वक्त वो मानसिक रूप से इतने कमजोर हो गए थे कि बहुत खराब फैसले ले रहे थे। पहले मैच में टोरंटो नेशनल्स के लिए ताबड़तोड़ अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले स्मिथ ने मैच के बाद कहा कि मेरा करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। बैन की वजह से मेरे पास काफी समय था और इस दौरान मैंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकदिवसीय सीरीज देखी। मैं ये देखकर काफी दुखी हो रहा था कि हमारी टीम हार रही है और मैं खिलाड़ियों की कुछ मदद नहीं कर पा रहा हूं। हालांकि इंग्लैंड ने काफी शानदार खेल दिखाया। स्मिथ ने कहा कि एशेज सीरीज के बाद उन्हें थोड़े समय के लिए ब्रेक की जरुरत थी। उन्होंने कहा कि एशेज सीरीज के बाद मैं वनडे मैचों में मैं गेंद पर सही तरह से प्रहार नहीं कर पा रहा था। मेरे साथ ऐसा पहली बार हो रहा था। मैं क्रीज पर डरा हुआ लग रहा था और काफी खराब फैसले भी लग रहा था। स्मिथ ने कहा कि एशेज सीरीज में मैंने अपना सब कुछ झोंक दिया था इसलिए मेरी एनर्जी थोड़ी चली गई थी। अगर मुझे थोड़े समय के लिए आराम मिलता तो शायद ये सब नहीं होता। उम्मीद है कि मैं मजबूती से वापसी करुंगा। गौरतलब है स्टीव स्मिथ इस वक्त ग्लोब्ल टी20 कनाडा के पहले संस्करण में खेल रहे हैं। वो टोरंटो नेशनल्स की टीम का हिस्सा हैं। पहले मैच में उन्होंने 41 गेंदों पर 8 चौके और 1 छक्के की मदद से 61 रनों की पारी खेली। उनकी इस पारी की बदौलत टोरंटो नेशनल्स ने 227 रनों के विशाल लक्ष्य को 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। बॉल टैंपरिंग की वजह से स्मिथ अभी एक साल का प्रतिबंध झेल रहे हैं।