भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने रवि शास्त्री (Ravi Shastri) के कोचिंग कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि के बारे में बताया है। गावस्कर ने बताया कि रवि शास्त्री के कोचिंग की सबसे बड़ी हाईलाइट क्या रही।
सुनील गावस्कर ने भारत के ऑस्ट्रेलिया टूर को याद किया जब टीम एडिलेड में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट मैच में सिर्फ 36 रन पर आउट हो गई थी लेकिन उसके बाद दमदार वापसी करते हुए सीरीज अपने नाम किया था। भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ी बाकी के मैचों के लिए उपलब्ध नहीं थे और इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उनके ही घर में हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
रवि शास्त्री जिस तरह से प्लेयर्स को मोटिवेट करते थे वो काफी शानदार था - सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर ने याद किया कि किस तरह जब टीम सिर्फ 36 रन पर ऑल आउट हो गई थी तो रवि शास्त्री ने खिलाड़ियों को मोटिवेट किया था। उन्होंने कहा था कि इन 36 रनों को एक बैज की तरह पहनो। स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान सुनील गावस्कर ने कहा,
36 रन पर ऑल आउट होने के बाद भारतीय टीम ने जिस तरह से वापसी की थी उसकी चर्चा तो जरूर होनी चाहिए। क्योंकि जब ऐसा होता है तो टीम अपने ऊपर से विश्वास खो देती है। टीम काफी निराश हो जाती है और वो हार मान जाते हैं। यहीं पर रवि शास्त्री ने अपनी अहम भूमिका निभाई थी क्योंकि मैंने जो पढ़ा है उसके हिसाब से उन्होंने कहा था कि "इन 36 रनों को एक बैज की तरह पहनो।"
इसके बाद अजिंक्य रहाणे ने जबरदस्त कप्तानी की और सभी खिलाड़ियों ने अपना योगदान दिया। हमारे प्रमुख खिलाड़ी उपलब्ध नहीं थे और ए टीम लग रही थी लेकिन जो भी खिलाड़ी आया उसने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इससे आपको पता चलता है कि रवि शास्त्री का युवा खिलाड़ियों के ऊपर कितना बड़ा प्रभाव था।