पूर्व महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) का मानना है कि युवा शुभमन गिल में भविष्य में क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में शामिल होने का स्वभाव है। न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल के दूसरे दिन गिल ने बल्ले से बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास किया और उन्होंने 28 रनों की पारी खेली।
कमेंट्री बॉक्स से सुनील गावस्कर ने कहा कि शुभमन गिल में भविष्य में महान बल्लेबाज बनने के गुण हैं। गिल ने भले ही अभी तक शतक नहीं बनाया हो लेकिन गावस्कर का मानना है कि इस 21 वर्षीय खिलाड़ी को लय में आने के लिए थ्री-फिगर तक पहुंचने की जरूरत है। गावस्कर ने कहा कि पहला शतक हमेशा सबसे कठिन होता है क्योंकि अर्धशतक बनाने से लेकर तीन अंकों तक पहुंचने का सफर इतना आसान नहीं होता है।
सुनील गावस्कर का पूरा बयान
पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि बल्लेबाज 70-80 रन के आसपास कहीं न कहीं खुद को व्यवस्थित महसूस करते हैं और गेंदबाजों को मारना शुरू कर देते हैं और अपना विकेट खो देते हैं। उनको (गिल) बस अपना पहला शतक लगाने की जरूरत है और उसके बाद बहुत कुछ होगा।
उल्लेखनीय है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में शुभमन गिल ने बेहतरीन शुरुआत की थी। हालांकि अच्छी शुरुआत को वह बड़े रनों में तब्दील नहीं कर पाए और 28 रन पर आउट हो गए। गिल ने कुछ अच्छे शॉट भी खेले लेकिन नील वैगनर ने उनको विकेटों के पीछे कैच करा दिया।
भारतीय टीम ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरुआत अच्छी की लेकिन बाद में टीम इंडिया ने दो विकेट जल्दी गंवा दिए। शुभमन गिल ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर अच्छी तरह से नई गेंद का सामना किया और पहले विकेट के लिए 62 रनों की भागीदारी निभाई।