अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहले देखा जाता था कि ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका में तेज पिचें होती थी। उनके विपरीत भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान की पिचें स्पिनरों एक लिए मददगार होती थी। सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने उस जमाने की सभी पिचों में बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया था। गावस्कर ने सबसे खतरनाक पिचों को लेकर प्रतिक्रिया दी और अपने जमाने के बेस्ट ऑल राउंडर का नाम बताया।
एक पॉडकास्ट में बातचीत में गावस्कर ने कहा कि मैंने सबीना पार्क में कुछ मौकों पर खेला है जहां गेंद उड़ रही थी। मैं पर्थ में खेल चुका हूं। मैं गाबा में खेल चुका हूं जहां गेंद ट्रेवल कर रही थी। मैंने सिडनी में बारिश की ताजा पिच पर खेला है जब जेफ थॉमसन वास्तव में इसे चीर रहे थे। लेकिन चेन्नई में सिल्वेस्टर क्लार्क के साथ वह पिच। गेंद इधर-उधर उड़ रही थी। मुझे लगता है कि यह सबसे कठिन पिच है जिस पर मैंने बल्लेबाजी की है।
सुनील गावस्कर ने बताया महान ऑल राउंडर का नाम
गावस्कर ने महान ऑल राउंडर का नाम बताते हुए गैरी सोबर्स का नाम लेते हुए कहा कि वह अपने बल्ले से मैच का रुख मोड़ सकते थे। वह गेंद से भी मैच को बदल सकते थे। वह शानदार कैच को मैदान में पास से और दूर से लेकर मैच के रुख मोड़ सकते थे। जितने मैच उन्होंने खेले, उनमें उनका प्रभाव देखकर मैं कह सकता हूँ कि वह महान ऑल राउंडर थे।
उल्लेखनीय है कि सुनील गावस्कर भी अपने ज़माने के बेस्ट बल्लेबाज थे। वह बिना हेलमेट खेलते हुए गेंदबाजों का जमकर सामना करते थे। यही कारण था कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले 10 हजार रन का आंकड़ा सुनील गावस्कर ने ही प्राप्त किया था। उनके नाम 34 टेस्ट शतक हैं। गावस्कर ने अपने ज़माने में तूफानी गेंदबाजों का सामना सहजता से किया।