भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मुकाबला इंदौर में खेला गया। इस पिच पर पहले दिन से ही काफी टर्न देखने को मिला और यही वजह रही कि मुकाबला तीन दिनों के अंदर ही खत्म हो गया। इसके बाद आईसीसी ने पिच को खराब करार देते हुए तीन डिमेरिट प्वॉइंट दे दिए। हालांकि पूर्व ओपनर सुनील गावस्कर आईसीसी के इस फैसले से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब गाबा में दो दिनों के अंदर मैच खत्म हो गया था तब उसको कितने डिमेरिट प्वॉइंट मिले थे।
भारतीय टीम को इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मुकाबले में 9 विकेटों से हार का सामना करना पड़ा। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 109 रन बनाये थे, जवाबी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 197 रन बनाते हुए 88 रनों की बढ़त हासिल की थी। भारत की दूसरी पारी 163 रन पर सिमट गई थी और ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी की बढ़त के कारण सिर्फ 76 रनों का लक्ष्य मिला था।
मैच के बाद इंदौर की पिच को खराब करार देते हुए तीन डिमेरिट प्वॉइंट दिए गए। मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने तीसरे टेस्ट मैच की पिच को लेकर कहा कि, 'यह पिच शुरुआत से ही बहुत सूखी थी और शुरू से ही स्पिनरों के पक्ष में थी, जिसके चलते बल्ले और गेंद के बीच संतुलन प्रदान नहीं कर रही थी।'
गाबा की उस पिच को कितने डिमेरिट प्वॉइंट मिले थे? - सुनील गावस्कर
वहीं पूर्व ओपनर सुनील गावस्कर आईसीसी के इस फैसले से खुश नहीं हैं। उन्होंने इंडिया टुडे पर बातचीत के दौरान कहा 'एक चीज मैं जानना चाहता हूं कि नवंबर में ब्रिस्बेन के गाबा मैदान में एक मैच खेला गया था जो दो दिनों के अंदर ही खत्म हो गया था। उस पिच को कितने डिमेरिट प्वॉइंट मिले थे और उस वक्त मैच रेफरी कौन था?'