भारतीय टीम (Indian Cricket Team) को टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) के सेमीफाइनल मुकाबले में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में टीम इंडिया को 10 विकेटों से शिकस्त मिली और इसके बाद टीम पर काफी सवाल उठाए जा रहे हैं और उनके वर्कलोड की बात की जा रही है। पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इसको लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है जब खिलाड़ी आईपीएल खेलते हैं तब उनके ऊपर कोई वर्कलोड नहीं होता है, सिर्फ भारतीय टीम की तरफ से खेलने पर ही क्यों वर्कलोड का सवाल आ जाता है।
भारतीय फैंस को उम्मीद थी कि 15 साल बाद इस बार भारत टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम करेगा। लेकिन इस हार के साथ ही उनकी सारी उम्मीदें भी खत्म हो गईं। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच से पहले एक कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन मैच के बाद कहा जा सकता है कि ये पूरी तरह से एकतरफा मुकाबला रहा। इस मैच में विराट कोहली और हार्दिक पांड्या ने अच्छी पारी खेली लेकिन इस निराशाजनक हार के बाद वो काफी निराश नजर आये।
बिना ग्लैमर वाले देश में प्लेयर्स वर्कलोड का बहाना बना लेते हैं - सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर के मुताबिक वर्कलोड जैसी चीजों से निकलने की जरूरत है क्योंकि भारतीय टीम को लेकर हर बार यही बहाना बनाया जाता है। आज तक पर बातचीत के दौरान सुनील गावस्कर ने कहा,
टीम में बदलाव तो होंगे। जब आप वर्ल्ड कप में जीत नहीं सकते तो बदलाव तो जरूर होंगे। हमने देखा है कि न्यूजीलैंड टूर के लिए जो टीम जा रही है उसमें बदलाव हुए हैं। ये जो वर्कलोड-वर्कलोड की बातें चलती हैं कीर्ति और मदन ने सही कहा कि वर्कलोड सिर्फ भारत की तरफ से खेलने के लिए क्यों होता है। आप आईपीएल पूरा सीजन खेलते हैं और वहां पर ट्रैवल भी करते हैं। सिर्फ पिछला आईपीएल चार सेंटर में हुआ था बाकी सब जगह आप इधर-उधर दौड़ते रहते हैं। वहां पर आपको थकान नहीं होती ? वहां वर्कलोड नहीं होता ? सिर्फ जब भारत के लिए खेलना होता है वो भी जिस देश में ग्लैमर नहीं होता है तब आपके ऊपर वर्कलोड आ जाता है। ये बात गलत है।