पूर्व भारतीय ओपनर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने इंटरनेशनल क्रिकेट में बार-बार रेस्ट लेने वाले सीनियर खिलाड़ियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब प्लेयर आईपीएल में कोई ब्रेक नहीं लेते हैं तो फिर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इन्हें रेस्ट की जरूरत क्यों पड़ती है।
दरअसल हाल ही में भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों को कई बार रेस्ट दिया गया है। विराट कोहली ने पूरे वेस्टइंडीज टूर से रेस्ट की मांग की है, इसमें पांच टी20 मुकाबले भी शामिल हैं। वहीं रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को भी कई बार रेस्ट दिया गया है।
टी20 में खेलने से बॉडी पर बिल्कुल भी असर नहीं पड़ता है - सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर सीनियर प्लेयर्स के इस रवैये से खुश नहीं हैं और उनके मुताबिक जब बात इंटरनेशनल क्रिकेट की आती है तो ये खिलाड़ी रेस्ट मांगने लगते हैं, जबकि आईपीएल में पूरे सीजन उपलब्ध रहते हैं। स्पोर्ट्स तक पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
प्लेयर्स को रेस्ट देने के कॉन्सेप्ट से मैं सहमत नहीं हूं। मुझे ये बिल्कुल भी पसंद नहीं है। आप आईपीएल के दौरान तो रेस्ट नहीं लेते हैं तो फिर भारतीय टीम की तरफ से खेलते हुए रेस्ट की मांग क्यों करते हैं। मैं इससे सहमत नहीं हूं। आपको भारत के लिए खेलना ही होगा और आप रेस्ट नहीं मांग सकते हैं। टी20 की एक पारी में केवल 20 ओवर होते हैं और इससे आपकी बॉडी पर कोई असर नहीं पड़ता है। टेस्ट मैचों में शरीर और दिमाग पर असर पड़ता है। लेकिन टी20 क्रिकेट में ज्यादा दिक्कत नहीं आनी चाहिए।
बीसीसीआई को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। ए ग्रेड के सभी क्रिकेटरों को काफी अच्छा कॉन्ट्रैक्ट मिला है। उन्हें हर एक मैच के लिए पेमेंट मिलता है। आप मुझे बताइए कि किसी कंपनी के सीईओ या एमडी को इतने सारे ऑफ मिलते हों। अगर इंडियन क्रिकेट को प्रोफेशनल बनना है तो फिर एक लाइन खींची जानी चाहिए। अगर आप रेस्ट चाहते हैं तो फिर अपनी गारंटी को भी कम करना होगा और तब आप ब्रेक ले सकते हैं। कोई ये कैसे कह सकता है कि मैं इंडियन टीम के लिए नहीं खेलना चाहता हूं।