श्रीलंका और ज़िम्बाब्वे के बीच त्रिकोणीय सीरीज का चौथा मैच बुलवायो में बारिश की भेंट चढ़ गया। इस मैच में 14 ओवर से भी कम का खेल हो सका। इस मैच के दौरान श्रीलंका के गेंदबाज सुरंगा लकमल की विवादास्पद हरकत सामने आई। मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ ने लकमल पर 50 फीसदी जुर्माना और दो डीमेरिट पॉइंट दिये हैं। इसमें आईसीसी के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड के लिए यह पॉइंट्स दिये गए हैं। घटना तब घटी जब ज़िम्बाब्वे की टीम बल्लेबाजी के दौरान दूसरा ओवर खेल रही थी और लकमल ने स्ट्राइक छोर की तरफ गेंद को थ्रो किया। बल्लेबाज चामु चिभाभा के शॉट खेलकर क्रीज़ में खड़े होने के बावजूद लकमल ने गेंद को उनकी तरफ फेंका, इसमें बल्लेबाज बाल-बाल बच गए और गेंद विकेट कीपर के पास चली गई। आईसीसी के जारी प्रेस नॉट के अनुसार “लकमल को आचार संहिता के अनुच्छेद 2.1.1 का दोषी पाया गया है जो खेल भावना के विपरीत है।“ लेवल 1 के उल्लंघन पर पचास फीसदी मैच फीस का जुर्माना और घटना पर मैच रेफरी के दृष्टिकोण के अनुसार एक या दो डीमेरिट पॉइंट का जुर्माना है। एक खिलाड़ी को दो वर्ष के अंदर चार से सात डीमेरिट पॉइंट मिलने के बाद एक टेस्ट या दो वन-डे और टी20 में जो भी पहले आता है, उस मैच में बाहर किया जा सकता है। आईसीसी ने इस घटना से संबन्धित एक वक्तव्य जारी किया जिसमें कहा गया “लकमल ने ज़िम्बाब्वे के बल्लेबाज चामु चिभाभा की तरफ स्ट्राइक छोर पर खतरनाक तरीके से गेंद फेंकी, जबकि बल्लेबाज शॉट खेलने के बाद क्रीज़ के अंदर ही खड़े थे, रन लेने का प्रयास भी नहीं किया गया। गेंद बल्लेबाज के पास से गुजरती हुई कीपर के हाथों में चली गई लेकिन इस प्रकार की हरकतें खेल भावना के विपरीत है।“ लकमल ने खुद को दोषी मानते हुए आईसीसी के निर्णय को स्वीकार कर लिया। उन पर मैदानी अम्पायरों द्वारा चार्ज लगाया गया था।