लम्बे समय बाद भारतीय टीम से बाहर रहने वाले बल्लेबाज सुरेश रैना के बारे में हर दिन कोई न कोई नई बात समाने आ रही है। अब इसी कड़ी में रैना ने पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ के शानदार सपोर्ट को याद करते हुए कहा कि प्रोत्साहित करने की बात करें, तो द्रविड़ उनमें एक नम्बर है और ऐसे व्यक्ति के लिए जान भी दे सकते हैं। टाइम्स ऑफ़ इंडिया के एक उद्धरण के अनुसार रैना ने द्रविड़ से अपने जीवन जीने का तरीका सीखा। सुरेश रैना ने कहा कि मैं जब टीम इंडिया में आया था तब कुछ नहीं जानता था। राहुल द्रविड़ ने बहुत समर्थन किया और उन्होंने मुझे सब सिखाया क्योंकि मैं यूपी से आया था। रैना के अनुसार वे गेंद को मारने के अलावा कुछ नहीं जानते थे लेकिन द्रविड़ ने उनकी हर कदम पर मदद की। रैना ने कहा है कि वे जब रन नहीं बना रहे थे तब इरफ़ान पठान से बोल रहे थे कि मैं कल मैच में नहीं खेलूँगा तब द्रविड़ ने कहा कि फील्डिंग में अच्छा करो। बाएँ हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि द्रविड़ भाई की तरह अगर कोई मोटिवेट करने वाला हो तो हम जान भी दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि जीने का तरीका और बर्ताव आदि सब चीजें मुझे टीम में आने के बाद राहुल भाई ने ही सिखाई। गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ को एक शांत स्वभाव का खिलाड़ी के रूप में जाने जाते थे। मैदान और मैदान के बाहर उनका स्वभाव लगभग एक जैसा देखा गया है। ताजा उदाहरण की बात करें, तो अंडर 19 विश्वकप की भारतीय टीम को कोचिंग देते समय भी उनका वही पुराना अंदाज देखा गया। सिखाने की कला के कारण ही भारत ने ट्रॉफी जीती है। सुरेश रैना को लम्बे समय बाद टीम में जगह मिली है। फिलहाल वे टी20 सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई भारतीय टीम में है।