काउंटी क्रिकेट में सरे की टीम ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने केंट के खिलाफ मुकाबले में 501 रनों के टार्गेट का पीछा करके बड़ी जीत हासिल की। काउंटी क्रिकेट के इतिहास में ये दूसरा सबसे बड़ा रन चेज है। इससे पहले 1925 में मिडिलसेक्स ने नॉटिंघमशायर के खिलाफ 502 रनों के टार्गेट को चेज किया था और उनके नाम सबसे ज्यादा रनों को हासिल करने का रिकॉर्ड है। वहीं केंट और सरे के बीच हुए मुकाबले में एक और बड़ा रिकॉर्ड बना। सरे के बल्लेबाज डॉम सिब्ली ने टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे धीमा शतक लगाया।
सरे की टीम जब टार्गेट का पीछा करने उतरी तो डॉम सिब्ली ने 140 रन बनाकर टीम की जीत में अहम योगदान दिया। इस दौरान उन्होंने शतक बनाने के लिए कुल 368 गेंदों का सामना किया और इस तरह से वो टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे धीमा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए।
मुकाबले की अगर बात करें तो पहले बल्लेबाजी करते हुए केंट की टीम ने 301 रन बनाए। जॉर्डन कॉक्स ने 133 रनों की शानदार पारी खेली। जवाब में सरे की टीम सिर्फ 145 रन बनाकर सिमट गई। मैट क्विन और वेस एगर ने 3-3 विकेट लिए। इस तरह से केंट ने 156 रनों की बड़ी बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में केंट ने 344 रन बनाए और सरे के सामने 501 रनों का टार्गेट रखा।
सरे की तरफ से तीन बल्लेबाजों ने लगाया शतक
ऐसा लगा कि सरे इतने बड़े टार्गेट को हासिल नहीं कर पाएगी। हालांकि टीम की तरफ से तीन बल्लेबाजों ने शतक लगाकर इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। डॉम सिब्ली ने नाबाद 140, जेमी स्मिथ ने 114 और बेन फोक्स ने 124 रनों की पारी खेली। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह भी इस मैच में केंट टीम का हिस्सा थे और उन्होंने पहली पारी में भी 2 और दूसरी पारी में 2 विकेट लिए।