टी20 ब्लास्ट में समरसेट के खिलाफ धीमी ओवर गति की वजह से मैच के दौरान ही सरे टीम को 12 रन पेनल्टी के तौर पर देने पड़े। इस घटना के बाद सरे के कप्तान जेड डर्नबैक ने मैच अधिकारियों को आड़े हाथों लिया है। घटना समरसेट पारी की पारी के 18वें ओवर की है जब 182 रनों के पीछा करते हुए सरे को 51 रन चाहिए थे और उनके सिर्फ ही 2 विकेट ही शेष थे। समय के अंदर ओवर पूरा ना करने की वजह से सरे पर मैच के दौरान ही 12 रनों का जुर्माना लगा दिया गया, फिर कोरी एंडरसन में 2 छक्के जड़ दिए। इसके बाद समरसेट को जीत के लिए 12 गेंदों में 23 रन चाहिए थे, जिसे हासिल करने में वो असफल रहे। अंतिम क्षणों में जीत हासिल करने के बावजूद सरे के कार्यवाहक कप्तान जेड डर्नबैक काफी नाराज़ दिखे। उन्होंने कहा "एसेक्स के खिलाफ चेल्म्स्फोर्ड में शुक्रवार को हुए मैच के दौरान कई बार घड़ी बंद हुई थी लेकिन मैदान पर लगे स्क्रीन पर समय का पता चल रहा था, लेकिन यहाँ मुझे तब पता चला जब हमारे ऊपर जुर्माना लगा। यह बहुत गलत है"। डर्नबैक का मानना था कि ओवल का मैदान बहुत बड़ा है जिस वजह से बल्लेबाज को क्रीज तक पहुँचने में ज्यादा समय लगता है और उनकी टीम ने शुरुआत में विकेट ज्यादा विकेट लिए इस वजह से ऐसा हुआ है। धीमी ओवर गति पिछले कुछ समय से परेशानी का कारण बनी हुई है। आईसीसी से इस वजह से जुर्माना और मैच प्रतिबन्ध का भी प्रावधान रखा है, फिर भी इसमें कमी नहीं आ रही। हाल ही में श्रीलंका के कार्यवाहक कप्तान उपुल थरंगा पर भी 2 एकदिवसीय मैचों का प्रतिबन्ध लगता था। उन पर यह प्रतिबन्ध चैंपियंस ट्रॉफी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुए मैच के बाद लगा था। श्रीलंका ने 50 ओवर फेंकने में 4 घंटे का समय लिया था जो बहुत ज्यादा है। ईसीबी के नियम 16.6 के मुताबिक 20 ओवर में मैच में पहली गेंद और अंतिम गेंद फेंके जाने के बीच एक घंटे 15 मिनट का समय लगना चाहिए। अगर टीम ऐसा नहीं कर पाती है तो सामने वाली टीम को बचे हुए ओवर के हिसाब से 6 रन प्रति ओवर मिल जायेगा।