हाल ही में रणजी ट्राफी के एक मैच में महाराष्ट्र की तरफ से स्वप्निल और अंकित के बीच 594 रनों की साझेदारी बनी। जो दुनिया की दूसरे नंबर की सबसे बड़ी साझेदारी है। बताते चलें कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ी साझेदारी श्रीलंका के कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने के नाम है जो 624 रनों की है। उन्होंने ये साझेदारी 2006 में कोलम्बो में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे विकेट के लिए बनायी थी। रणजी ट्राफी के मैच में महाराष्ट्र ने वानखेड़े स्टेडियम में दिल्ली के खिलाफ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी बनाने के बाद अपनी पारी को 635/2 रनों पर घोषित कर दिया था। गौरतलब है कि ये साझेदारी दुनिया की सबसे बड़ी साझेदारी बनने से केवल 30 रन पीछे रह गयी। स्वप्निल ने एक पत्रकार वार्ता में बताया कि उनको दुनिया की सबसे बड़ी साझेदारी के रिकॉर्ड के बारे में पता नहीं था। उन्होंने कहा कि विश्व साझेदारी रिकॉर्ड को न तोड़ पाने का अहसास मुझे ड्रेसिंग रूम में आने के बाद हुआ। उन्होंने दिल्ली क्रिकेट टीम के बारे में बात करते हुए कहा कि दिल्ली के गेंदबाज़ हमारे खिलाफ कुछ ख़ास नहीं कर पा रहे थे।। क्योंकि पिच में उनके लिए कुछ भी मदद नहीं थी। उन्होंने कहा हालाँकि, दिल्ली के कुछ खिलाड़ियों ने पारी के दौरान मुझसे पूछा था, क्या आप बल्लेबाज़ी करते हुए बोर नहीं हुए? हम तो आपको गेंदबाज़ी करते हुए बोर हो गए है। इसके बाद स्वप्निल ने उनसे कहा क्या बल्लेबाज़ी करते हुए कोई बोर होता है? स्वप्निल ने बताया कि मुझे पिच काफी रास आ रही थी और मेरे लिए वो बहुत शानदार थी। मैंने वहां जमकर रन बरसाए। उन्होंने कहा कि वो पिच पूरी तरह से बल्लेबाजी के अनुकूल थी। उन्होंने पिच की तारीफ करते हुए कहा कि ये तीसरे दिन का ट्रैक था और ये बेहतरीन बल्लेबाज़ी के अनुकूल था। उस पिच पर न तो गेंद ज्यादा टर्न ले रही थी और न ही उस पिच में ज्यादा उछाल था। बतादें कि स्वप्निल और अंकित के बीच बनी 594 रनों की साझेदारी रणजी के इतिहास में ये सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले रणजी में सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड 577 रनों का था। जो विजय हजारे और गुल मोहम्मद के बीच था। उन्होंने ये रिकॉर्ड 1946-47 में रणजी ट्राफी के फाइनल मैच में बरोदा के खिलाफ बनाया था। आपको बतादें कि रणजी ट्राफी के सबसे बड़ी साझेदारी के इस मैच में स्वप्निल ने दिल्ली के खिलाफ 351 रनों की बेहतरीन पारी खेली। जिसमें उन्होंने 521 गेंदों का सामना किया। महाराष्ट्र के इस धाकड़ बल्लेबाज़ ने अपनी शतकीय पारी के दौरान 37 चौके और 5 गगनचुम्बी छक्के लगाये। जबकि अंकित ने अपनी पारी में 500 गेंदों का सामना करते हुए 258 रनों का योगदान दिया। अंकित ने अपनी पारी के दौरान 18 चौके और 2 छक्के जड़े।