भारतीय टीम ने साल 1983 में क्रिकेट के मैदन पर पहला वर्ल्ड कप (1983 World Cup) जीता था। भारतीय क्रिकेट में बदलाव की नींव भी इसी वर्ल्ड कप जीत के बाद जगी थी। हालाँकि, एकसमय वर्ल्ड कप के फाइनल से पहले ही टीम इंडिया बाहर हो जाती ,अगर कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ वनडे इतिहास की अबतक की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक न खेली होती। इस मुकाबले में भारतीय टीम काफी मुश्किल में थी। मैच में टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में क्या हाल था इसके बारे में उस समय टीम का हिस्सा रहे सैय्यद किरमानी ने खुद सुनाया है।
कपिल की वह पारी जो बन गई वनडे की बेस्ट
स्टार स्पोर्ट्स इंडिया ने हाल ही में अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में 1983 वर्ल्ड कप के विनिंग टीम का हिस्सा रहे कपिल देव, सैय्यद किरमानी और सुनील गावस्कर नजर आ रहे हैं। वहीं स्टार के इस वीडियो में किरमानी कपिल देव की नॉकआउट मुकाबले में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली गई 175 रनों की दमदार पारी के बारे में बताते हुए नजर आते हैं। किरमानी कहते हैं, ‘इन्होंने कभी मुझे आलराउंडर समझा ही नहीं। मैं उस दिन मैच में टोस्ट और टॉवल लपेट कर बैठा हुआ था। तभी मुझे आवाज आई किरी पैड अप। पहले मुझे लगा मेरी टांग खिंचाई की जा रही है। थोड़ी देर में फिर आवाज आई किरी पैड अप। दूसरी बार आवाज सुनकर मैंने स्कोर बोर्ड की ओर देखा तो मैं दंग रह गया। हमारी आधी टीम 17 रन पर पवेलियन लौट गई थी। 120 पर 8 विकेट गिर चुके थे। मैं क्रीज पर गया और वनडे इतिहास की सबसे बेहतरीन पारी देखी जो कपिल देव ने खेली थी। कपिल ने उस समय न सिर्फ टीम को संभाला बल्कि शानदार शतक जड़ 175 रनों पर नाबाद रहे।’
वहीं कपिल की इस पारी की तारीफ सुनील गावस्कर ने भी जमकर की। गावस्कर ने कहा, ‘मैंने आज तक सचिन, विराट, धोनी, सहवाग सभी की सेंचुरी देखी, पर कपिल की वह पारी वनडे इतिहास की सबसे बेहतरीन पारी थी। उससे बढ़िया शतक वैसे परिस्थिति में आज तक मैंने नहीं देखा था।"