सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में आज दिल्ली ने राजस्थान को 41 रनों से हराकर पहली बार खिताब पर कब्ज़ा कर लिया है। दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए उन्मुक्त चंद के 53 रनों की बदौलत 153/6 का स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में राजस्थान की टीम सिर्फ 112 रन ही बना सकी। दिल्ली के कप्तान प्रदीप सांगवान ने सिर्फ 14 रन देकर 2 विकेट लिए और उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। गौरतलब है कि दोनों ही टीमें पहली बार फाइनल में पहुंची थी। दिल्ली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया और गौतम गंभीर (27) ने ऋषभ पंत (13) के साथ पहले विकेट के लिए 41 रन जोड़े। हालाँकि 41 के स्कोर पर गंभीर और पंत के आउट होने से दिल्ली को बड़ा झटका लगा। यहाँ से उन्मुक्त चंद ने ध्रुव शोरी (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। मिलिंद कुमार ने अंत में 15 रन बनाये और दिल्ली को 150 के पार पहुंचाया। राजस्थान की तरफ से खलील अहमद और राहुल चाहर ने 2-2 विकेट लिए। जवाब में आदित्य गढ़वाल (52) के अर्धशतक के बावजूद राजस्थान की पूरी टीम 19.1 ओवर में 112 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। दिल्ली की तरफ से प्रदीप सांगवान के अलावा कुलवंत खेजरोलिया और पवन नेगी ने भी 2-2 विकेट लिए। राजस्थान के सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा पार कर सके। बड़ौदा के केदार देवधर (8 मैच, 411 रन) ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाये और राजस्थान के दीपक चाहर (9 मैच, 19 विकेट) ने सबसे ज्यादा विकेट लिए। रणजी ट्रॉफी के फाइनल में हार के बाद दिल्ली के लिए यह खिताबी जीत एक बड़ी उपलब्धि है और इस घरेलू सीजन में दिल्ली अभी तक सबसे सफल टीम बनकर उभरी है। प्रथम श्रेणी और टी20 के टूर्नामेंट के बाद अब एकदिवसीय की विजय हजारे ट्रॉफी 5 से 26 फरवरी तक खेली जाएगी और दिल्ली की नज़रें लगातार तीसरे टूर्नामेंट में बढ़िया प्रदर्शन करने पर होगी। संक्षिप्त स्कोरकार्ड: दिल्ली: 153/6, राजस्थान: 112.