T20 Tri Series: फ़ाइनल में जगह बनाने के इरादे से आज बांग्लादेश के ख़िलाफ़ उतरेगी टीम इंडिया

श्रीलंका में खेली जा रही टी20 ट्राई सीरीज़ में अब तक दर्शकों का ख़ूब मनोरंजन हुआ है। इस टूर्नामेंट में अब तक दो बड़े चेज़ देखने को मिले हैं, जिसमें से बांग्लादेश ने तो टी20 अंतर्राष्ट्रीय इतिहास के चौथे और किसी भी एशियाई देश द्वारा सबसे बड़े चेज़ को अंजाम दिया। भारत फ़िलहाल 2 जीतों के साथ टूर्नामेंट में नंबर-1 स्थान पर बना हुआ है, जबकि श्रीलंका और बांग्लादेश एक-एक जीत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर क़ाबिज़ हैं।

रिकॉर्ड चेज़ के बाद बांग्लादेश की नज़र बड़े उलटफेर पर

आज कोलंबो में भारत अपना आख़िरी लीग मुक़ाबला खेलेगा जहां उनके सामने बांग्लादेश की सेना होगी। भारत की नज़र इस मैच को जीतकर फ़ाइनल मे स्थान पक्का करने की होगी, तो पिछले मुक़ाबले में श्रीलंका पर सनसनीख़ेज़ जीत दर्ज करने वाली बांग्लादेशी टीम की नज़र टी20 अंतर्राष्ट्रीय में पहली बार भारत को शिकस्त देने पर है। भारत और बांग्लादेश के बीच अब तक 6 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले खेले गए हैं और अब तक सभी में जीत 'मेन इन ब्लू' को ही मिली है। बांग्लादेश 2016 वर्ल्ड टी20 में भारत पर जीत दर्ज करने के बेहद क़रीब आकर भी एम एस धोनी के जादुई रन आउट की वजह से चूक गया था। हालांकि जिस अंदाज़ में बांगलादेशी टाइगर्स ने श्रीलंकाई चीतों को मात दी है उसने उनके हौसले ज़रूर बुलंद कर दिए हैं।

रोहित के अलावा टीम इंडिया के लिए सब कुछ रहा है शानदार

भारतीय क्रिकेट टीम इस दौरे को भविष्य की तैयारियों के तौर पर देख रही है और यही वजह है कि इस टीम में विराट कोहली और एम एस धोनी के साथ साथ कई सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है। ताकि युवा खिलाड़ी ख़ुद को बड़े मंच और विपरित परिस्थितियों के लिए तैयार रखें, जिसमें अब तक सभी सफल रहे हैं। शार्दुल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर और विजय शंकर ने जहां गेंदबाज़ी में अपने आप को साबित किया है तो मनीष पांडे और दिनेश कार्तिक ने एक बार फिर कठिन हालातों में अपनी उपयोगिता सिद्ध की है। लेकिन टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का निराशाजनक फ़ॉर्म लगातार जारी है, रोहित ने पिछली 7 टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारियों में एक बार भी 30 का आंकड़ा पार नहीं किया है और इनमें दो बार शून्य पर आउट हुए हैं। श्रीलंका के इस मौदान पर यानी कोलंबो में रोहित शर्मा का आंकड़ा तो और भी निराश करने वाला है। आर प्रेमदासा स्टेडियम में रोहित ने आख़िरी बार 30 का आंकड़ा 2012 वर्ल्ड टी20 में पार किया था, उम्मीद है कि इन सभी को इतिहास बनाते हुए रोहित के बल्ले से आज रनों की बारिश होगी।

पिच का पेंच और मौसम का मिज़ाज

रोहित शर्मा के बल्ले से भले ही रनों की बारिश के लिए उनके फ़ैंस का इंतज़ार बढ़ता जा रहा है, लेकिन कोलंबो में पानी की बारिश लगातार जारी है। मौसम वैज्ञानिकों ने आज शाम भी बरसात की संभावना ज़ाहिर की है, हालांकि कोलंबो का ड्रेनेज सिस्टम बेहतरीन है जिसका नमूना पिछले मैच में भी देखने को मिला था और बारिश की वजह से प्रति पारी सिर्फ़ 1 ओवर का ही खेल कम किया गया था। बात अगर पिच की करें तो अब तक जो तस्वीर दिखी है आज भी उसमें कुछ बदलाव की गुंजाइश कम ही है, यानी पिच बल्लेबाज़ों के लिए माक़ूल होगी। और टॉस जीतने वाले कप्तान एक बार फिर पहले गेंदबाज़ी करना पसंद करेंगे। अब तक इस टूर्नामेंट में खेले गए सभी मुक़ाबलों में जीत रनों का पीछा करने वाली टीम को ही मिली है, यानी आज भी टॉस होगा बेहद अहम।

क्या होगी दोनों टीमों की प्लेइंग-XI ?

पहले दो मैचों में टीम इंडिया ने कोई परिवर्तन नहीं किया था और ऋषभ पंत पर ही भरोसा जताया था, लेकिन दोनों ही मैचों में पंत ने मिले मौक़ों को ज़ाया किया। जिसके बाद पिछले मुक़ाबले में टीम इंडिया ने बाहर बैठे के एल राहुल को अंतिम एकादश में शामिल किया था, हालांकि राहुल दुर्भाग्यवश हिट विकेट हो गए थे। आज भी उनका टीम में रहना क़रीब क़रीब तय माना जा रहा है, दीपक हुड्डा और मोहम्मद सिराज ने नेट्स में काफ़ी प्रभावित ज़रूर किया है। लेकिन उम्मीद कम ही है कि इस अहम मैच में टीम मैनेजमेंट उन्हें मौक़ा दे पाए, लिहाज़ा टीम में बदलाव की गुंजाइश बेहद कम है। बात अगर बांग्लादेश की करें तो अब तक इस टीम ने गेंदबाज़ी में काफ़ी निराश किया है और तेज़ गेंदबाज़ तस्कीन अहमद के ख़राब प्रदर्शन ने सभी को मायूस कर दिया। उम्मीद है कि इस मैच में तस्कीन की जगह तेज़ गेंदबाज़ अबु जावेद या ऑलराउंडर अरिफ़ुल हक़ को शामिल किया जा सकता है। भारत संभावित-XI: रोहित शर्मा, शिखर धवन, सुरेश रैना, केएल राहुल, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, विजय शंकर, वॉशिंगटन सुंदर, युज़वेंद्र चहल, शार्दुल ठाकुर और जयदेव उनादकट बांग्लादेश संभावित-XI: तमीम इक्बाल, लिटन दास, सौम्य सरकार, मुशफ़िकुर रहीम, महमूदुल्लाह, सब्बीर रहमान, मेहदी हसम मिराज़, अबु जावेद/आरिफ़ुल हक़, रुबेल होसैन, मुस्तफ़िज़ुर रहमान और नज़मुल इस्लाम