पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) T20 World Cup के लिए भारतीय टीम में मेंटर की जिम्मेदारी निभाते हुए नजर आएंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद वह विश्व कप में अपनी इस नई भूमिका में नजर आएंगे। इस बीच गौतम गंभीर का मानना है कि धोनी का अनुभव विशेष रूप से उन खिलाड़ियों के लिए अहम हो सकता है, जो पहली बार विश्व कप जैसी बड़ी प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं। बता दें भारतीय टीम विश्व कप में अपना पहला मैच 24 अक्टूबर में पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगी।
गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा कि अपना पहला विश्व कप खेल रहे युवा खिलाड़ियों के साथ धोनी का अनुभव महत्वपूर्ण होने जा रहा है क्योंकि विश्व कप में खेलना पूरी तरह से अलग होता है। आपको विश्व कप में उस अनुभवी व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो वहां रहा हो हो। एमएस निश्चित रूप से कुछ युवा क्रिकेटरों के साथ अपने अनुभव साझा करने की कोशिश कर सकते हैं।
बता दें धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 में विश्व कप जीता था। इसके अलावा विश्व कप में भारतीय टीम से दूसरा सबसे बेहतर प्रदर्शन 2014 में देखने को मिला था, जब वह फाइनल मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ हार गई थी। ऐसे में गंभीर का मानना है कि कोहली की कप्तानी में भारत अपने इस सूखे को खत्म करना चाहेगी।
गंभीर ने इस बारे में कहा कि वह टी-20 विश्व कप जीतना चाहते हैं और मुझे यकीन है कि पूरी टीम भी ऐसा करना चाह रही होगी क्योंकि यह 14 साल का लंबा इंतजार हो गया है। मेरा मानना है कि यह केवल विराट के बारे में नहीं है, जो आखिरी बार टी-20 प्रारूप में भारत की कप्तानी करने जा रहे हैं, बल्कि यह सिर्फ टूर्नामेंट जीतने के बारे में है और कप्तान के रूप में उनके लिए यह विशेष कीर्तिमान हो सकता है।
गौरतलब है कि यह विराट कोहली का बतौर कप्तान टी-20 प्रारूप में आखिरी विश्व कप रहने वाला है। कोहली पहले ही इसकी घोषणा कर चुके हैं।