पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में भारतीय टीम (Indian Cricket Team) की मानसिकता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि भारतीय टीम का माइंडसेट टी20 क्रिकेट के लिहाज से सही नहीं है। उनके मुताबिक इस फॉर्मेट में आपको खुलकर बल्लेबाजी करना होता है लेकिन भारतीय खिलाड़ी डरकर खेल रहे हैं।
भारतीय टीम पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ ज्यादा रन नहीं बना पाई। न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में पूरी टीम मिलकर 110 रन ही बना पाई और इस दौरान कुल 54 डॉट बॉल खेली। इससे पता चलता है कि खिलाड़ी खुलकर अपने शॉट्स नहीं खेल पाए और इसी वजह से बल्लेबाजों की जमकर आलोचना हो रही है।
भारतीय टीम दबकर खेल रही है - सुनील गावस्कर
टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने कॉलम में सुनील गावस्कर ने बल्लेबाजों के एप्रोच पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा "भारतीय क्रिकेट में "फियरलेस" शब्द का प्रयोग काफी हुआ है। लेकिन हमने देखा ये है कि जिस फॉर्मेट में ताबड़तोड़ एक्शन की जरूरत होती है वहां पर टीम ने काफी डरकर खेला है।"
गावस्कर ने आगे लिखा "हमने ये भी सुना है कि कप्तान और कोच ने कहा है कि जब हम जीत के लिए जाते हैं तो फिर हारने से नहीं डरते हैं। ये कहना तब आसान होता है जब आपकी स्थिति मजबूत हो और हारने से आपके ऊपर कोई फर्क ना पड़े। अब आपको ये दिखाने का समय आ गया है। अगर भारतीय टीम को क्वालीफाई करना है तो फिर उन्हें अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया के खिलाफ काफी बड़ी जीत हासिल करनी होगी। इसके बाद न्यूजीलैंड को किसी ना किसी टीम से हारना होगा।"
आपको बता दें कि लगातार दो मैचों में हार के बाद भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावनाएं लगभग खत्म हो गई हैं। कोई बड़ा उलटफेर ही टीम को अंतिम - 4 तक पहुंचा सकता है।