टी-20 क्रिकेट बल्लेबाजों का खेल माना जाता रहा है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में स्पिन गेंदबाजों ने खेल के सबसे छोटे प्रारूप में खासी सफलता हासिल की है। इस बीच पूर्व दिग्गज मुथैया मुरलीधरन भी टी-20 क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजों की सफलता से प्रभावित हुए हैं।
इसके अलावा मुथैया मुरलीधरन ने टी-20 विश्व कप को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। आईसीसी से मुरलीधरन ने कहा कि मैं टी-20 क्रिकेट में स्पिनरों के बढ़ते महत्व को देखकर काफी उत्साहित हूं। यह फटाफट खेल है जो बल्लेबाजों के लिए मददगार कहा जाता है। लेकिन स्पिन गेंदबाजों ने पिछले 18 साल से इसमें खुद को ढालने में सफलता हासिल की है।
आगामी 17 अक्टूबर से यूएई और ओमान में टी-20 विश्व कप की शुरुआत होनी है। मुरलीधरन का मानना है कि विश्व कप रोमांचक रहने वाला है और न्यूट्रल वेन्यू होने की वजह से कोई भी टीम विश्व कप जीत सकती है।
उन्होंने कहा कि आईसीसी पुरुष टी-20 विश्व कप 2021 के बारे में सबसे रोमांचक बात यह है कि कोई प्रबल दावेदार नजर नहीं आ रहा है। संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में प्रतियोगिता होने से कोई भी मजबूत टीम नजर नहीं आ रही है और ऐसे में कोई भी टीम खिताब पर कब्जा जमा सकती है।
श्रीलंकाई दिग्गज ने अपने टी-20 के अनुभवों को साझा करते हुए कहा, 'इस छोटे प्रारूप वाले खेल में आपको रक्षात्मक खेल अपनाना होगा। टेस्ट और वनडे क्रिकेट की तुलना में यहां आपको रक्षात्मक होना होगा। टी-20 में बचाव ही आक्रामकता है आपको यहां रनों पर अंकुश लगाना होगा और 6 रन प्रति ओवर के हिसाब से गेंदबाजी करनी होगी, अगर आप ऐसा करने में सफल हो पाते हैं तो आपको विकेट लेने में भी सफलता मिल जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि विश्व कप में स्पिनरों की बड़ी भूमिका होगी। यह बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि क्यूरेटर ने विकेट कैसे तैयार किए हैं।
गौरतलब है कि 17 अक्टूबर से विश्व कप के पहले राउंड के मैच खेले जाएंगे। वहीं 23 अक्टूबर से सुपर-12 राउंड के मैच शुरू होंगे।